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क्वार्सी थाने का दरोगा बना ‘मुखबिर’…. ऑडियो वायरल 

 

यूपी के जिला अलीगढ़ के थाना क्वार्सी में एक दरोगा ऑडियो सोशल मीडिया पर तेज से वायरल हो रहा है। जिसमे वह एक व्यक्ति से ये कहता नजर आ रहा है सामान हटवा लो। टीम छापेमारी करने आ रही है। इंस्पेक्टर साहब ने उसको ये जानकारी दी है। ऑडियो वायरल होने के बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या दरोगा अवैध धंधा करने वाले का मुखबिर बन गया है??



जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो थाना क्वार्सी क्षेत्र की पुलिस चौकी नगला पटवारी इंचार्ज का बताया जा रहा है। ऑडियो में दरोगा अवैध धंधा करने वालों से यह कहते हुए नजर आ रहे कि क्षेत्र में एक टीम आ रही है । सब कारोबार बंद कर दो, नहीं तो सब मारे जाओगे । मुझे इंस्पेक्टर साहब ने अभी सूचना दी है।

सोशल मीडिया पर गुरूवार को ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कम्प मचा है। कुछ ट्विटर यूजर ने इस ऑडियो को ट्वीट भी किया है। इसके बाद ट्विटर पर अलीगढ़ पुलिस ने क्षेत्रधिकारी को जांच सौंपने की बात कही है। सवाल खड़ा हो रहा है कि दरोगा ने इंस्पेक्टर की जानकारी किसी व्यक्ति को बताई क्यों ? वो सरकार से सेलरी अवैध धंधा करने वालो का साथ देने की पाता है क्या ? एसएसपी ने ऐसे दरोगा के खिलाफ कार्रवाई क्यों नही की, जब सबूत सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ?? खैर, अब देखना होगा कि अधिकारी दरोगा के खिलाफ कब और कैसे कार्रवाई करते हैं ?

 

धौंस न देने पर युवक को किया लहूलुहान 

अलीगढ़ के गांधी पार्क इलाके के महेंद्र नगर गली नंबर 10 निवासी मुकेश कुमार पुत्र जवाहरलाल ने बताया कि चावल दाल की फेरी लगाता है। चावल भी खरीदता है और रोजाना की तरह गुरुवार दोपहर मोपेड से फेरी लगाने के लिए नौरंगाबाद गया था। वहां एक युवक दबंग मिल गया। आरोप है दबंग ने 5000 की धौंस मांगी। कहने लगा कि अगर पैसे नही देगा तो इस क्षेत्र में फेरी भी नही लगा पायेगा। पीड़ित ने रुपये देने से मना कर दिया तो दबंग अपने कुछ साथियों को बुला लाया । सभी ने उस पर हमला कर दिया। सरिया मारकर सिर फोड़ दिया। पीड़ित लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। जिसके बाद हमलावर उसकी जेब मे रखे 8 हजार रुपये और मोबाइल लूट कर भाग गए।

पीड़ित ने घटना की जानकारी थाने पहुंचकर पुलिस को दी। पुलिस ने उसका जिला अस्पताल में डॉक्टरी परीक्षण और इलाज कराने भेज दिया। जहां से डॉक्टर ने हालत गम्भीर देख उसको मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। लेकिन, इससे पहले ही पीड़ित के साथ आया होमगार्ड उसको अस्पताल में छोड़कर भाग गया।

 

कोंग्रेसियो ने बांटी मिठाई 
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव, छत्तीसगढ़ व् राजस्थान में उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी को शानदार जीत पर अलीगढ़ में कांग्रेसजनों ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमैटी के हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रभारी विवेक बंसल के कार्यालय अयोध्या कुटी मैरिस रोड पर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर ज़ोरदार जशन मनाया। कांग्रेसजनों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की है। यह जीत कांग्रेस अध्यक्ष  मल्लिकार्जुन खड़गे, हमारी नेता सोनिया गांधी, जन-जन के प्रिय  राहुल गांधी ,  प्रियंका गांधी और पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के कड़े संघर्ष का नतीजा है।

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आने वाला समय कांग्रेस पार्टी का है । जनता अब भाजपा सरकार से ऊब चुकी है । ये ये सिर्फ़ आपस में लड़ाने वाली और झूठे वादों वाली महंगाई वाली, गरीबों की रोज़ी रोटी छीनने वाली युवाओं को बेरोजगार करने वाली भ्रष्ट सरकार है । अब समय आ गया है सभी कांग्रेसजनों को एकजुट होकर नगर निगम चुनावों में महापौर और ज़्यादा से ज़्यादा पार्षदों को जीत दिलवाएं । आने वाले लोकसभा चुनावों में ऐसी तानाशाही भाजपा की मोदी सरकार को उखाड़ फेंके। इस दौरान वरिष्ठ नेता मुकेश वार्ष्णेय , शाहिद खान, अंकुर मित्तल, भानु प्रकाश गुप्ता एड, ब्रजेश शर्मा, शशिकांत वार्ष्णेय, मयंक राठी, अशरफ़ सगीर, मोहम्मद कामरान, एहतेशामउद्दीन, सुनील कुमार, नादिर खान, आदि उपस्थित रहे।

 

इस्लामी अध्ययन विभाग में प्रोफेसर अब्दुल अज़ीम इस्लाही का व्याख्यान

अलीगढ : प्रख्यात अर्थशास्त्री एवं इस्लामी अर्थशास्त्र के विद्वान, प्रोफेसर नेजातुल्लाह सिद्दीकी (1391-2002), जिनका हाल ही में स्वर्गवास हो गया और इस्लामी अध्ययन में उनकी सेवाओं पर अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के इस्लामिक स्टडीज विभाग में एक व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए प्रोफेसर अब्दुल अजीम इस्लाही ने कहा कि इस्लामी अध्ययन का विषय इस्लामी संस्कृति और सोच का अध्ययन होना चाहिए। इस्लामी विज्ञान के ग्रंथ और नियम प्राथमिक स्रोतों से प्राप्त किए जाने चाहिए । युवा विद्वानों को किसी भाषा में लिखी गई पुस्तक को सीखने और उसमें अपनी प्रवीणता विकसित करने के लिए उसका अनुवाद करना चाहिए।

https://youtu.be/QztByNIE4Y4

अतिथि वक्ता ने कहा कि प्रो. नेजातुल्लाह सिद्दीक़ी का सम्बन्ध शर्की सुल्तान से था जो काजी की सराय गोरखपुर में क़ाज़ी के पद पर आसीन थे। उनकी व्यक्तिगत रुचि, कड़ी मेहनत और समर्पण और अनेक स्रोतों से उन्होंने कुरान और इस्लामी विज्ञान को सीखा। उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा मलिहाबाद, रामपुर माध्यमिक विद्यालय और मुस्लिम विश्वविद्यालय से प्राप्त की। उन्होंने मौलाना अख्तर अहसान इस्लाही से कुरानिक विज्ञान सीखने के लिए मदरसत-उल-इस्लाह में छह महीने बिताए।

डॉ. अब्दुल अजीम इस्लाही ने बताया कि प्रो नेजातुल्लाह सिद्दीकी 14 साल तक मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लेक्चरर रहे, उन्हें 1970  में रीडर बनाया गया और कुलपति प्रो अली मुहम्मद खुसरो के काल में उन्हें 1977 में प्रोफेसर बनाया गया। अमुवि में अपना सेवाकाल पूरा करने के बाद वह इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च इन इकोनॉमिक्स, जेद्दाह चले गए जहां उन्हें उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 1982 में किंग फैसल अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

डॉक्टर इस्लाही ने कहा कि प्रोफेसर सिद्दीकी ने अर्थशास्त्र के अलावा अन्य अरबी, उर्दू और अंग्रेजी भाषाओं में भी बहुमूल्य ज्ञान छोड़ा है। उनकी किताब अल-खराज (अबू यूसुफ) और अल-अदालत अल-इज्तिमायह (सैय्यद कुतुब) का अनुवाद और उनकी टिप्पणियां आज भी शोधकर्ताओं के लिए समान रूप से उपयोगी हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इस्लामिक अध्ययन विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. सलीम किदवई ने मुहम्मद नेजातुल्लाह सिद्दीकी की सेवाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों को अपने छात्र दिनों की सुखद यादों से अवगत कराया जब वह, नेजातुल्लाह सिद्दीकी और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी आदि आफताब हॉल में रहते थे।

बैठक के संचालक डॉक्टर जियाउद्दीन फलाही ने कहा कि डॉक्टर नेजातुल्लाह सिद्दीकी की पांच भाषाओं में 36 पुस्तकें हैं और उनकी अंग्रेजी पुस्तक बैंकिंग विदआउट इंटरेस्ट 72 बार छप चुकी है।

https://www.bhadas4media.com/aligarh-dm-ne-patrkar-ko-jail-bheja/

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