अलीगढ़ :
महानगर के रामघाट रोड़ स्थित टीकाराम कन्या विद्यालय में मंगलवार को पीपीटीसीटी, ईएमटीसीटी कार्य के अंतर्गत किशोरी समूह एचआईवी एड्स को लेकर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । यहां एचआईवी से ग्रसित एड्स के प्रति 50 किशोरियों ने जागरूकता कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया । इस दौरान एड्स बीमारी से बचाव के लिए किशोरियों को जागरूक किया।
जिला क्षय रोग केंद्र के जिला कार्यक्रम समन्वयक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि एचआईवी को लेकर लोगों के मन में जो गलत भ्रांतियां हैं। उनको दूर करने के लिए टीकाराम कन्या विद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। एचआइवी संक्रमण के फैलने से रोकने के लिए लोगों में जागरूकता जरूरी है।
लोगों के भ्रम को करें दूर ?
सतेंद्र कुमार ने बताया कि एचआईवी बीमारी को लेकर समाज में कई भ्रांतियां फैली हुई है। इसको दूर करने की जरूरत है। एड्स का नाम सुनते ही लोगों के हाव-भाव बदल जाते है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण लोगों में जानकारी का अभाव है। इसलिए लोगों के बीच इसे लेकर बेहतर समझ का होना जरूरी है। आमतौर पर इसे लेकर सामाजिक कलंक के तौर पर देखा जाता है। लोगों की इस मानसिकता को बदलने के लिए प्रचार-प्रसार जरूरी है।
गले मिलने से नहीं होता एचआईवी बीमारी ?
प्रोजेक्ट ऑफिसर, आहाना यूपीएनपीप्लस के राजीव शर्मा ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति से गले मिलने, हाथ मिलाने, खांसने, एक साथ यात्रा करने, एक थाली में खाने से एचआइवी संक्रमण नहीं फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संपर्क, संक्रमित मरीज के लिये प्रयुक्त सीरिज के दोबारा प्रयोग, संक्रमित व्यक्ति का खून किसी दूसरे व्यक्ति को चढ़ाने व संक्रमित माताओं से उसके बच्चों में संक्रमण के फैलने की संभावना होती है।
उन्होंने बताया कि एचआईवी का इलाज पूरी तरह अभी तक संभव नहीं हो सका है। लेकिन ब्लड प्रेशर व डायबिटीज जैसी बीमारियों की तरह यह भी एक मैनेजिबल डिजीज है। संक्रमितों के उपचार के लिये एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी उपयोग में लाया जाता है। एआरटी उपचार चिकित्सक की जांच सहित विभिन्न परीक्षणों के बाद शुरू किया जाता है। इसके तहत रोगियों को जरूरी परामर्श सेवाओं के साथ आवश्यक औषधियां निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं।
केयर एंड सपोर्ट सेंटर रेहान से (प्रोजेक्ट डायरेक्टर) दीपक शर्मा ने बताया कि जागरूकता ही एचआईवी संक्रमण से बचाव का एक मात्र उपाय है। सावधानी और जागरूकता से इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। इसका संक्रमण इंजेक्शन को बार – बार लेने से फैलता है। असुरक्षित यौन संपर्क बनाने से भी एड्स की समस्या बन सकती है । वहीं, कार्यक्रम के दौरान प्रोग्राम ऑफिसर अहाना से राजीव शर्मा, फील्ड ऑफिसर जावेद हुसैन व रेशमा सलीम, रेहान से दीपक कुमार, शिक्षक कोमल, संजीव, अनुराधा शर्मा, सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।