उत्तरप्रदेश के जिला अलीगढ़ के गभाना थाना इलाके के महरावल रेलवे स्टेशन के पास महाबोधि एक्सप्रेस की चपेट में आकर एक किशोर और मवेशी की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब खेत में चर रही भैंस बिदक जाने से रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई और किशोर उसे बचाने पीछे दौड़ा। तभी ट्रेन की चपेट में आ जाने से मौत हो गई। मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया।
जानकारी के मुताबिक, थाना जवां इलाके के गांव बरई सुभानगढ़ी निवासी ओमप्रकाश उर्फ लाला राम हलवाई का 12 वर्षीय बेटा निशांत भैंस को जंगल में चराने गया था। रविवार दोपहर करीब पौने तीन बजे खेत में चरते समय भैंस बिदक गई और रेलवे लाइन पर पहुंच गई। यह देख निशांत भी दौड़ते हुए रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया।
तभी रेलवे लाइन पर महाबोधि एक्सप्रेस आ गई। भैंस व निशांत ट्रेन की चपेट में आ गए और दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। ट्रेन कुछ देर तक खड़ी रही। फिर इंजन से मलबा निकालकर पायलट ट्रेन को लेकर आगे रवाना हो गया।
इधर, आरपीएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई व जानकारी की। उधर हादसे की खबर पर परिजन मौके पर पहुंच गए। परिजन बिना किसी कार्यवाही के किशोर के शव को लेकर चले गए। हादसे के बाद किशोर के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। उनका कहना था कि किशोर रोजाना भैंस चराने जाता था। ऐसा पता नहीं था कि एक दिन भैंस ही उसकी मौत का कारण बन जाएगी। वह घर में सबसे लाडला था। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
इधर, घर पर सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा। शोक जताने वाले नाते-रिश्तेदारों का भी आना शुरू हो गया था। हर कोई किशोर के परिजनों को लेकर चर्चा कर रहा था। कह रहा था कि वह चंचल व हंसमुख स्वभाव का था। सभी का सम्मान करता था।