अलीगढ़: दीनदयाल हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही फिर आई सामने ? पढिये क्या है मामला

यूपी के जिला अलीगढ़ में पण्डित दीनदयाल संयुक्त चिकित्सालय (कोविड एल-2) से एक और बड़ी लापरवाही का मामला सामने आ रहा है। यहां कोरोना संक्रमित या संदिग्ध मरीजों की मौत होने पर शव अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन द्वारा तय किए गए डेडिकेटिड श्मशान गृह पर नहीं पहुंच रहे हैं। सोमवार-मंगलवार में हुई कुल 17 मौतों में से नुमाइश स्थित श्मशान गृह पर सिर्फ दो शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे हैं? जबकि यहां से शव मैनपुरी तक प्राइवेट एंबुलेंस से भिजवाया गया है?

सूत्रों के अनुसार, दीनदयाल अस्पताल में सोमवार को कुल 10 मरीजों की मौत हुई। अस्पताल प्रबंधन ने इन मरीजों की मौत की वजह स्पष्ट नहीं की है? जबकि कोविड अस्पताल में किसी मरीज की मौत हो रही है तो वह कोरोना संक्रमित है या संदिग्ध, जो भी हो, लेकिन कोविड प्रोटोकॉल के जरिए ही इन शवों का अंतिम संस्कार होना है। सोमवार को यहां दस लोगों की मौत हुई। जिनमें से सिर्फ दो शव ही डेडिकेटिड श्मशान स्थल पहुंचे। पहला शव संगम विहार के नेमपाल सिंह की पत्नी कृष्णा देवी का था और दूसरा शव सासनीगेट क्षेत्र आरके पुरम फेस-2 निवासी गिर्राज किशोर गुप्ता के पुत्र जगमोहन लाल गुप्ता का था। दोनों शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत हुआ। लेकिन, आठ शव कहां गए, इसका जवाब नहीं मिल पाया ?? ठीक इसी प्रकार मंगलवार को यहां सात लोगों की मौत हुई। इनमें से एक भी शव श्मशान नहीं पहुंचा? ऐसे में कुल मिलाकर 15 शव कहां गए, इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी भी जवाब नहीं दे पाए ?

निजी एम्बुलेंस चालकों का है खेल?
अलीगढ़। दीनदयाल अस्पताल में लगीं प्राइवेट एंबुलेंस चालकों का ही यह खेल है कि शव सीधे नुमाइश श्मशान स्थल नहीं पहुंच पा रहे हैं? जानकारी मिली की सोमवार को हुई दस मरीज की मौत पर एक शव तो मैनपुरी तक पहुंचाया गया।

संक्रमण फैला तो कौन होगा जिम्मेदार?
दीनदयाल अस्पताल एल-2 कोविड अस्पताल है। ऐसे में यहां कोरोना संक्रमित और संदिग्ध मरीजों का ही उपचार चल रहा है। या फिर वे मरीज यहां भर्ती किए जाते हैं, जिनका ऑक्सीजन लेवल काफी कम है। फेफड़ों में संक्रमण फैल गया है। चूंकि इनका उपचार कोविड प्रोटोकॉल के तहत होता है तो मौत पर शव का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत क्यों नहीं हो रहा है? शवों को प्राइवेट एंबुलेंस चालक कहीं भी ले जा रहे हैं तो संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। इसके साथ ही इसकी जिम्मेदारी कौन ले रहा है कि शव कहीं भी जा रहे हैं और उनके संस्कार में लापरवाही नहीं बरती जा रही होगी।

 

मौतों का सही आंकड़ा छिपा रही है सरकार?
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान व पूर्व सांसद बिजेंद्र सिंह ने सरकार पर आरोप लगाया है कि मौतों का सही आंकड़ा छिपाया जा रहा है। हाजी जमीर उल्लाह ने कहा कि अस्पतालों में रिश्वतखोरी के मामले आ रहे हैं।

मानव उपकार संस्था के विष्णु कुमार बंटी ने बताया कि
कोविड प्रोटोकॉल के नाम पर प्रशासन खानापूर्ति करने में लगा हुआ है। कोरोना संक्रमित और संदिग्ध सभी शव डेडिकेटिड श्मशान स्थल पर नहीं आ रहे हैं। जानकारी मिली है कि प्राइवेट एंबुलेंस चालक रुपयों के लालच में कहीं भी शवों को पहुंचा रहे हैं।

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