उत्तरप्रदेश के जिला अलीगढ़ के थाना सासनीगेट पुलिस ने बाइक चोरी करने वाले अंतरजनपदीय गिरोह के पांच शातिरों को पकड़ा है। चोरों के पास से चोरी की पांच बाइक, तमंचा कारतूस मिले हैं। पकड़े गए आरोपी जनपद के विभिन्न स्थानों से बाइक चोरि करते थे और नंबर प्लेट बदलकर बाइकों को बेच देते थे।
जानकारी के मुताबिक, बीती 31 दिसंबर को थाना सासनी गेट इलाके के माहेश्वरी अस्पताल के सामने से पैशन प्रो बाइक चोरी हुई थी। पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके दो टीमों को गठन किया गया। सासनीगेट इंस्पेक्टर पंकज कुमार मिश्रा व एसआइ दीपक कुमार और इंटीग्रेडेट कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के प्रभारी एसआइ धीरेंद्र सिंह की टीम ने जांच शुरू की। सीसीटीवी कैमरों की मदद से बाइक को चिह्नित किया गया। पुलिस ने बच्चा जेल के पास से पांच आरोपियो को गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में घुड़ियाबाग निवासी नीशू, सराय हकीम निवासी पीयूष गुप्ता व लक्की कश्यप, छर्रा के बाईकला निवासी सुल्तान व शमशुल के रूप पहचान बताई। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर चोरी की पांच बाइक बरामद की हैं। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एसआइ दीपक कुमार, ह्रदेश कुमार, हेड कांस्टेबल केशव कुमार, प्रवेंद्र सिंह, दीवान सिंह (कमांड सेंटर), सिपाही सचिन कुमार, कोमल सिंह, अंजली मौर्या व रोहित कुमार शामिल रहे।
पुलिस ने शातिरों बाइक चोरों के पास से दो तमंचे व कारतूस भी बरामद किए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि रंगबाजी दिखाने के लिए अपने साथ तमंचे भी रखते थे। बाइक चोरी करने के लिए सार्वजनिक स्थानों का चिन्हित करते थे। इसके बाद डुप्लीकेट चाबी लगाकर बाइक का ताला खोल देते थे और चोरी करके वहां से भाग जाते थे।
इंस्पेक्टर पंकज मिश्रा ने बताया कि पकड़े गए चोर बाइकों को चोरी करने के बाद उन्हें छर्रा व अतरौली इलाके में बेचता थे। जानकारी मिली है कि बाइकों को चुराने के बाद उनकी नंबर प्लेट बदल दी जाती थी। साथ ही तीन से छह हजार रुपये में इन बाइकों को बेच दिया जाता था। जहां-जहां बाइकें बेची जाती थी, अब पुलिस उन ठिकानों की जानकारी कर रही है। पकड़े गया सभी आरोपी पूर्व में जेल जा चुके हैं। निशु पिछले दिनों ही जेल से छूटकर आया था।