अलीगढ़ :
बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 जुलाई को कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) कार्यक्रम के अंतर्गत शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के समस्त आंगनवाड़ी केन्द्रों व स्कूलों एवं मदरसों के अलावा विद्यालयों में भी 17.15 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल खिलाई जानी है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी का।
सीएमओ डॉक्टर नीरज त्यागी ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 20 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। जिसमें छूटे हुए बच्चों को आच्छादित करने के लिए 25 से 27 जुलाई के मध्य माप अप चरण आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के तहत एक से 19 वर्ष तक के आयु वर्ग के सभी बच्चों को कृमि संक्रमण से बचने के लिए जनपद में कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जाएगा। इसमें कृमि मुक्ति के लिए 17.15 लाख एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी।
नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीके राजपूत ने बताया कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर एक से पांच वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों को, एक से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले सभी बच्चों, ईंट भठ्ठों पर कार्य करने वाले श्रमिक व घुमंतू लाभार्थियों को आंगनवाड़ी केन्द्र पर आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अंतर विभागीय बैठक का आयोजन किया जा चुका है। ब्लाकों में आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं शिक्षकों को प्रशिक्षण का कार्य किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों व छात्र-छात्राओं को आंगनवाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी के माध्यम से व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों व मदरसों में शिक्षकों के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी।
डीसीपीएम कमलेश कुमार चौरसिया ने बताया कि कृमि संक्रमण से बच्चों व किशोर-किशोरियों में कुपोषण एवं खून की कमी होती है। जिसके कारण हमेशा थकावट रहती है। जिस कारण सम्पूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास नहीं होता है। उन्होंने बताया कि एक से 2 साल तक के बच्चों को आधी गोली खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि दूसरे 19 साल तक के बच्चों को एक गोली चबाकर पानी के साथ खानी होगी। पेट के अधिक कीड़े या कृमि होने की स्थिति में यह दवा देने पर बच्चों को हल्का से चक्कर या उल्टी हो सकती है।