उत्तरप्रदेश के जिला अलीगढ़ में सपा के पूर्व विधायक वीरेश यादव ने बुधवार को जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। यहां से उन्हें पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। वीरेश के अधिवक्ता की ओर से एक जमानत अर्जी भी दायर की गई । जिस पर सुनवाई के लिए अदालत ने नौ मई की तिथि नियत की है।
जानकारी के मुताबिक, पूर्व विधायक वीरेश यादव के खिलाफ थाना दादों में साल 1997 व 1998 में जानलेवा हमले के अलग-अलग मुकदमे दर्ज हुए थे। इन मुकदमों में एडीजे चार (एमपी-एमएलए की विशेष अदालत) में सुनवाई चल रही है। कई बार अदालत की तरफ से समन व वारंट जारी किए गए। लेकिन वीरेश हाजिर नहीं हुए। इस पर पांच सितंबर 2021 को अदालत ने धारा 82 के तहत फरारी की उद्घोषणा जारी की थी। वहीं 26 अप्रैल को अदालत ने अब कुर्की के आदेश दिए थे। साथ ही एसएसपी को पत्र लिखा था कि वीरेश यादव को सात मई 2022 को न्यायालय में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। इसी क्रम में वीरेश ने बुधवार को अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
इधर, वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रशेखर दीक्षित ने बताया कि वीरेश यादव ने अदालत में आत्मसमर्पण किया है।।जहां से अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया। वीरेश यादव पर दो मुकदमे दर्ज हैं। इनमें जमानत के लिए अर्जी दायर की गई है। जिस पर नौ मई को सुनवाई होगी।