आदमी खाए बिना तो रह सकता है, मगर गाए बिना नहीं रहता : डा राम शंकर भारती

झाँसी : अभिनय गुरुकुल द्वारा अभिनय उत्सव 2023 का आयोजन सीपरी बाजार में किया गया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि एवं श्रवण सपूत अभियान के संस्थापक श्याम शरण नायक सत्य ने की ।मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार गुरु डा. राम शंकर भारती रहे ।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे पुरखे अक्सर एक कहावत कहते थे आदमी खाए बिना तो रह सकता है मगर गाए बिना नहीं रहता। आनंद, उल्लास और उमंग की त्रिधाराएँ एक साथ बहतीं हैं। कलाएँ सौंदर्यबोध,प्रेम संवेदना और मनुष्यता की भाषाओं के बीज धरती पर बोतीं हैं।कभी अभिनय के माध्यम से,तो कभी तूलिका के इंद्रधनुषी रंगों के द्वारा तो कभी संगीत का निर्झर बनकर ऊसर और बंजर धरती को रसगंधी,रसवंती बनातीं रहतीं हैं।ऐसा ही है सुखद वातावरण आज अभिनय गुरुकुल के संस्थापक जाने-माने रंगकर्मी सिनेअभिनेता,कवि -लेखक और सामाजिक सरोकारों को समर्पित आरिफ शहडोली द्वारा आयोजित अभिनय उत्सव 2003 ” के मौके पर देखने को मिला। अभिनय क्या है…? वास्तव में मनुष्य की समूची जिंदगी का सफरनामा एक अभिनय ही त़ो है। यदि उस नाटक में रस नहीं है, संवेदना नहीं है तो फिर नाटक अधूरा है। अरुचिकर और अर्थहीन है। तमाम विसंगतियों , विद्रपताओं से जूझते हुए जो व्यक्ति मनुष्यता के लिए कुछ काम करता है वो कलाकार हो जाता है। वह अपनी कला और कलाम को समर्पित हो जाता है। मसीधर्मी हो जाता है ।

रंगकर्मी माता प्रसाद शाक्य ने लोकोत्सव टेसू नौरता

सुअटा माँगने की एक बेहतरीन एकल झलकी दिखाई वहीं उनकी बेटी डोली शाक्या ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के प्रख्यात कविता संग्रह रश्मिरथी” की कविता का अत्यंत प्रभावी अभिनयात्मक एकल पाठ किया।

सत्य सनातन संस्कृति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम शरण नायक सत्य ने माता -पिता को समर्पित अतुकांत कविता का जिस तरह से वाचन किया वह अद्भुत थाः। उनकी कविता वास्तव में एक संदेश है , एक आह्वान समाज का कि हम संस्कारों के बीज होते हुए बच्चों को माता -पिता के प्रति आज्ञाकारी और समर्पित बनाएँ। ऐसी कविताएँ , कविता नहीं होती हैं वे मंत्र होती हैं। इसीप्रकार कामता प्रसाद बरदिया ने अपनी कविताओं के माध्यम से गुदगुदाया तो वहीं ब्रह्मादीन बंधु ने आज की विसंगतियों की जमकर खबर ली। युवा चित्रकार यशवंत जिनके चित्र राजकीय संग्रहालय की दीवारों में हम से बतियाते हैं , हंसते- मुस्कुराते हैं और कभी-कभी कचोटते भी हैं, उन्होंने इस अवसर पर अपने कविता के माध्यम से अभिनय उत्सव को सलाम किया।इस मौके पर दतिया से वरिष्ठ शायर दिलशेर दिल और जितेंद्र गौतम की आमद से महफिल और भी गुलजार हो गयी।

कार्यक्रम में शायरा खातून जावेद हुसैन, सितारा निशा, शिफ़ा, अमीन, आबिदा, आरिफ़ा , अरमान मलिक आदि उपस्थित रहे ।अभिनय उत्सव 2023 का खास आकर्षण थे भाई आरिफ शहडोली के पुत्र अभिनय उर्फ अज़ान का जन्म उत्सव मनाया गया । अंत में आरिफ शहडोली ने आभार ज्ञापित किया ।

 

रिपोर्टप्र : प्रवीण भार्गव

 

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