एएमयू न्यूज बुलेटिन | Amu News | Aligarh Muslim University | thekhabarilaal | Aligarh News

एएमयू के छात्रों को एचडीएफसी बैंक में मिला प्लेसमेंट

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दस स्नातक छात्रों को एचडीएफसी बैंक द्वारा प्रशिक्षण और प्लेसमेंट कार्यालय (सामान्य) द्वारा आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव के माध्यम से नियुक्त किया गया है। चयनित छात्र व्यक्तिगत बैंकिंग और संचालन के क्षेत्र में काम करेंगे।

टीपीओ जनरल  साद हमीद ने कहा कि चयनित छात्रों में ध्रुव कुमार जाट (बीएससी सांख्यिकी), अक्षय कुमार (बीएससी सांख्यिकी), अल्फिया रिजवान (बीए मनोविज्ञान), अरीबा हुसैन (बीए शिक्षा), नाजिया तबस्सुम (बीए अर्थशास्त्र), फरहान सिद्दीकी (बीए राजनीति विज्ञान), एमडी यासिर (बीए भूगोल), अमित कुमार (बीएससी कृषि) और मोहम्मद यूसुफ (बीएससी कंप्यूटर एप्लीकेशन) शामिल हैं।

 

उच्च शिक्षा और अनुसंधान में नवीन पद्धतियों पर एएमयू के मल्लापुरम केन्द्र में एफडीपी आयोजित

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मलप्पुरम केंद्र (एएमयूएमसी), केरल  के शिक्षा विभाग के रिसर्च एंड एक्सटेंशन क्लब द्वारा यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र, एएमयू के सहयोग से ‘उच्च शिक्षा और अनुसंधान में अभिनव अभ्यास (एनईपी 2020 के विशेष संदर्भ में)‘ विषय पर एक सप्ताह के अंतः विषयी फैकल्टी डेवेलपमेंट कार्यक्रम (एफडीपी) का आयोजन किया गया।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए, मुख्य अतिथि सामाजिक विज्ञान संकाय, एएमयू के डीन, प्रोफेसर असमर बेग ने शिक्षकों के लिए एनईपी 2020 के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला।

अपनी अध्यक्षीय टिप्पणी में, डा मुहम्मद बशीर के (समन्वयक, शिक्षा विभाग, एएमयूएमसी) ने उच्च शिक्षा से जुड़े शिक्षकों के व्यावसायिक विकास के लिए एफडीपी के आयोजन के महत्व को रेखांकित किया।

पाठ्यक्रम समन्वयक और निदेशक, एएमयूएमसी, डा फैसल केपी ने अंतःविषयी एफडीपी की आवश्यकता और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और एफडीपी की महत्वपूर्ण विशेषताओं पर चर्चा की जो शिक्षण-प्रशिक्षण के माहौल को जीवंत बनाने के लिए प्रासंगिक हैं। इससे पहले कोर्स सहकोऑर्डिनेटर डा अब्दुल बसिथ पीपी ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया।

जामिया मिलिया इस्लामिया से प्रोफेसर जसीम अहमद, डा एरुम खान और डा समीर बाबू, एएमयू से प्रोफेसर नसरीन, प्रोफेसर साजिद जमाल, डा अंजुम अहमद, डा अब्दुल अज़ीज़ एनपी, एएमयूएमसी से डा मुहम्मद बशीर के, पांडिचेरी विश्वविद्यालय से डा शिबू केएम और कालीकट विश्वविद्यालय से डा के.एस साजन संसाधन व्यक्ति थे।

एफडीपी के दौरान एनईपी और उच्च शिक्षा में नवीनतम शिक्षाशास्त्र, शैक्षिक मनोविज्ञान और प्रभावी शिक्षण, खुले शिक्षा संसाधन और डिजिटल शिक्षण मंच, परिणाम-आधारित शिक्षा, साहित्यिक चोरी को समझने और उससे बचने, संदर्भ प्रबंधन प्रणालियों में हाल की तकनीकों, ऑनलाइन मूल्यांकन मूल्यांकन के लिए नवीन उपकरणों सहित प्रासंगिक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला और शोध प्रस्ताव तैयार करने के कदमों पर चर्चा की गई।प्रतिभागियों द्वारा किए गए दो असाइनमेंट के अलावा एक एमसीक्यू टेस्ट भी आयोजित किया गया था।

समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, पाठ्यक्रम निदेशक, डा फायज़ा अब्बासी (निदेशक, यूजीसी एचआरडीसी, एएमयू) ने प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल शिक्षकों को प्रतिस्पर्धी शिक्षण और सीखने के माहौल को विकसित करने के लिए प्रेरित करते हैं बल्कि उनकी शैक्षणिक योग्यता और व्यक्तिगत विकास को चौनलाइज भी करते हैं। पाठ्यक्रम सह-समन्वयक, डा सदफ जाफरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन तरन्नुम जहां व समीक्षा ने किया।

 

एएमयू के डेंटल कालिज के कंजर्वेटिव डेंटिस्ट्री और एंडोडोंटिक्स में ऑब्जर्वरशिप प्रोग्राम

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डा जेड.ए डेंटल कॉलेज के कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोंटिक्स विभाग ने तीन महीने के ऑब्जर्वेशन-बेस्ड ट्रेनिंग प्रोग्राम, ‘ऑब्जर्वरशिप इन कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोंटिक्स‘ में प्रवेश के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।

कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोंटिक्स विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एस के मिश्रा ने बताया है कि डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी संस्थान से बीडीएस स्नातक, जिन्होंने आवेदन जमा करने के पांच साल के भीतर अपनी इंटर्नशिप पूरी कर ली है, वे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए पात्र हैं।

प्रवेश ‘पहले आओ पहले पाओ‘ के आधार पर दिया जाएगा क्योंकि केवल तीन सीटें हैं। वेब www.amu.ac.in/department/conservative-dentistry-endodontics/notice-and-circular पर उपलब्ध निर्धारित प्रारूप में विधिवत भरे हुए आवेदन ईमेल के माध्यम से chairperson.cd@amu.ac.in पर स्वीकार किए जाएंगे। अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ एक पीडीएफ फाइल में संलग्न फार्म जमा करने की आखिरी तारीख 25 जनवरी, 2023 है और ट्रेनिंग प्रोग्राम 1 फरवरी, 2023 से शुरू होगा।

विदेश में उच्च शिक्षा के अवसर‘ पर एएमयू के मुर्शिदाबाद केन्द्र में कार्यशाला का आयोजन

डा वसीकुल इस्लाम, रिसर्च एसोसिएट, विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय, मैडिसन, यूएसए ने विदेशों में उच्च शिक्षा के अवसरों पर विस्तार से बताया और विकसित देशों में आर्थिक विकास और स्थिरता, व्यक्तिगत विकास और अन्य व्यावहारिक लाभों से संबंधित पहलुओं पर चर्चा की।

डा इस्लाम सर सैयद ग्लोबल स्कालर अवार्ड (एसएसजीएसए), यूएसए के सहयोग से प्रशिक्षण एवं नियोजन कार्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय मुर्शिदाबाद केंद्र द्वारा आयोजित ‘विदेश में उच्च शिक्षा के अवसर‘ विषय पर संसाधन व्यक्ति के रूप में एक कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने एएमयू से बीएससी और एमएससी करने से लेकर ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए से पीएचडी करने तक अपने पूरे करियर के सफर के बारे में बात की।

डा इस्लाम ने उनके करियर को आकार देने में एसएसजीएसए की भूमिका पर जोर दिया। छात्रों को इस पुरस्कार के लिए आवेदन करने के लिए प्रेरित करते हुए, उन्होंने बताया कि एसएसजीएसए के विद्वान कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के साथ-साथ अमेरिका और यूरोप के कॉर्पाेरेट संस्थानों में काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसएसजीएसए पुरस्कार विजेताओं की मदद करता है और उन्हें विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है।

कार्यशाला के दूसरे सत्र में डा इस्लाम ने विदेशी विश्वविद्यालयों की आवेदन प्रक्रिया को रेखांकित किया। उन्होंने अमेरिकी विश्वविद्यालयों के स्नातक प्रवेश समयरेखा के महत्व को समझाया और जीआरई/जीमैट और टीओईएफएल जैसी विभिन्न परीक्षाओं के पैटर्न पर भी चर्चा की। उन्होंने विदेशी विश्वविद्यालयों की प्रवेश आवश्यकताओं और प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी और एक प्रभावी और उपयुक्त सीवी तैयार करने पर भी ध्यान केंद्रित किया। इस्लाम ने विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए स्टेटमेंट आफ पर्पज (एसओपी) कैसे लिखा जाए, इस के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी चर्चा की।

इससे पहले, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय मुर्शिदाबाद केंद्र के निदेशक डा निगमानंद विश्वास ने उद्घाटन भाषण दिया। उन्होंने वर्तमान परिस्थितियों में आवश्यकतानुसार नए कौशल विकसित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।

डा बिस्वास ने छात्रों से लीक से हटकर सोचने और एक समग्र दृष्टिकोण विकसित करने का आग्रह किया। बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा पर जोर देते हुए, उन्होंने छात्रों से एक बहुत ही प्रतिस्पर्धी बाजार के लिए तैयार रहने को कहा कि जहां वे दुनिया भर के उम्मीदवारों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपना विशिष्ट बिक्री प्रस्ताव (यूएसपी) रखें।

श्री सैयद अली रिजवी, सदस्य, कार्यकारी समिति, एसएसजीएसए और अमेरिका स्थित एएमयू के पूर्व छात्र, ने अपने आनलाइन संदेश में एएमयू मुर्शिदाबाद केंद्र को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी।

स्वागत भाषण पाठ्यक्रम समन्वयक, एमबीए (यूनिट) श्री मोफिकुल इस्लाम द्वारा दिया गया, जबकि डा सैयद आतिफ जिलानी, सहायक प्रोफेसर, व्यवसाय प्रशासन विभाग और कार्यशाला के समन्वयक ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

एएमयू के अजमल खां तिब्बिया कालिज के अमराज-ए-जिल्द व ताजीनियत के शिक्षकों के लिए सीएमई

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के अमराज-ए-जिल्द व जोहराविया विभाग शिक्षकों के लिए 20-25 जनवरी 2023 को 6 दिवसीय सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के तत्वाधान में किया जा रहा है।

सीएमई के आयोजन अध्यक्ष और अमराज-ए-जिल्द वा जोहराविया विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर जमीर अहमद ने कहा कि इस सीएमई में देश भर के यूनानी चिकित्सा संस्थानों के अमराजे जिल्द विभाग के इच्छुक शिक्षक ई-मेल cme.jild@gmail.com या फोन नंबरों के माध्यम से संपर्क कर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए 7248625862, 983703665 पर संपर्क किया जा सकता है।

जेएन मेडिकल कालिज में ओपीडी रजिस्ट्रेशन का समय बढ़ा

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज हास्पिटल में सभी क्लिनिकल विभागों और केंद्रों में ओपीडी पंजीकरण शुक्रवार को छोड़कर सभी कार्य दिवसों में सुबह 8 बजे से दोपहर 12ः30 बजे तक किया जाएगा।

शुक्रवार को सुबह 8 बजे से 11 बजे तक रोगियों का पंजीकरण किया जाएगा। चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर हारिस एम. खान के एक नोटिस के अनुसार, यह आदेश 16 जनवरी, 2023 से प्रभावी होगा।

प्रोफेसर वीणा माहेश्वरी मेडिसन संकाय की नई डीन होंगी

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग की प्रोफेसर वीणा माहेश्वरी को 15 जनवरी, 2023 से दो साल की अवधि के लिए मेडिसिन संकाय की डीन नियुक्त किया गया है।

प्रोफेसर वीणा माहेश्वरी 1987 में पैथोलॉजी विभाग, जेएन मेडिकल कॉलेज, एएमयू में डेमोंस्ट्रेटर के रूप में शामिल हुईं, 1988 में लेक्चरर, 1997 में रीडर और 2005 में प्रोफेसर बनीं। वह पैथालोजी विभाग की अध्यक्ष भी रहीं।

प्रोफेसर माहेश्वरी ने एम्स, नई दिल्ली से न्यूरोपैथोलॉजी में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वह प्रोफेसर एम.यू. रब्बानी से डीन पद का कार्यभार ग्रहण करेंगी।

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: