एएमयू न्यूज बुलेटिन | Amu News | Aligarh Muslim University | thekhabarilaal

लॉ सोसायटी द्वारा आयोजित मूट कोर्ट प्रतियोगिता में टीम जेएसआर 111 ने जीत हासिल की

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ लॉ की ला सोसाइटी के मूट कोर्ट सेल के तत्वाधान में ‘प्रोफेसर हफीजुर रहमान इंट्रा-फैकल्टी मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2022’ का आयोजन किया गया। जिसमें आयुष मुदगल, प्रिंसी भारद्वाज और खुशी तोमर की टीम जेएसआर 111 ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। जबकि टीम जेएसआर 101 जिसमें सैयद कुतबी रजा और नौमान कासिम शामिल थे, दूसरे स्थान पर रही।



उज्जवल सिन्हा (एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट), फहम अहमद खान (अध्यक्ष, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट लॉ सोसाइटी) और अमान आलम (लीगल स्कॉलर, चौंबर्स ऑफ जस्टिस कृष्ण मुरारी, सुप्रीम कोर्ट) के जजों के एक पैनल ने मूट कोर्ट में दलीलें सुनीं और नतीजे घोषित किये।

आदित्य भट्टाचार्य, भूमिका मित्तल और मोहम्मद बिलाल की टीम जेएसआर 11 ने सर्वश्रेष्ठ स्मृति पुरस्कार हासिल किया। फातिमा जैनब को सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता और कुणाल शर्मा को सर्वश्रेष्ठ वक्ता का पुरस्कार दिया गया।

समापन समारोह में बोलते हुए प्रो. मुहम्मद तारिक (प्रभारी, लॉ सोसाइटी) ने कहा कि कानून के छात्रों के बीच आत्मविश्वास, बोलने और लिखने के कौशल और अनुसंधान कौशल विकसित करने के लिए मूटिंग बहुत प्रभावी है। उन्होंने कहा कि नवोदित वकीलों के लिए यह बहुत फायदेमंद है। डॉ . रबाब खान ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

लॉ सोसाइटी के सदस्यों में आकाश वार्ष्णेय (उपाध्यक्ष), सोहेब अख्तर (सचिव), रजा हैदर जैदी, अनस सिद्दीकी, अनुभव वशिष्ठ, शाहिद अली सिद्दीकी और इमरान अमीर, सैयद फजलुर रहमान नियाजी, सैयद अहमद नवाज जैदी, युवराज सिंह, ईशान अग्रवाल, लाइबा, फातिमा, इल्जा इस्राइल व मुहम्मद इमाम सिद्दीकी ने कार्यक्रम का संचालन किया। दो  दिवसीय प्रतियोगिता के दौरान, छात्रों की टीमों ने काल्पनिक आपराधिक कानूनी मुद्दों की मध्यस्थता और विश्लेषण किया और संबंधित कानून के आलोक में तर्क और प्रस्तुतियाँ तैयार कीं।



जेंडर रिस्पॉन्सिव बजटिंग’ पर कार्यशाला

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एडवांस्ड सेंटर फॉर विमेन स्टडीज द्वारा 21 दिसंबर को सुबह 10 बजे यूजीसी-एचआरडीसी में आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला ‘जेंडर रिस्पॉन्सिव बजटिंग’ का शुभारंभ होगा।

अजरा मूसवी (निदेशक, उन्नत महिला अध्ययन केंद्र) ने बताया कि उद्घाटन समारोह में अलीगढ़ के जिलाधिकारी श्री इंदर विक्रम सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। एएमयू के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे, जबकि प्रो. जाकिया ए. सिद्दीकी (संस्थापक निदेशक, उन्नत महिला अध्ययन केंद्र) सम्मानित अतिथि होंगी।

 

एएमयू छात्रों का चयन

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आठ एमबीए-फाइनेंशियल मैनेजमेंट के छात्रों को ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिस जनरल के भर्ती अभियान के दौरान रिलेशनशिप मैनेजर के पद पर चुना गया है।

ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर जनरल श्री साद हमीद ने बताया कि चयनित छात्रों में मुहम्मद इंतखाब खान, भुवनेश कुमार, शिफा सिद्दीकी, मंतशा आफताब, मुहम्मद बिलाल, ऋतिक वार्ष्णेय, शहबाज अहमद और गुनिशा शामिल हैं।

वहीं आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग और कंसल्टेंसी कंपनी ‘रामबूल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ ने जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिस द्वारा आयोजित कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव के दौरान इंजीनियरिंग के छह छात्रों का चयन किया है।

कॉलेज के प्रशिक्षण एवं नियोजन अधिकारी श्री मुहम्मद फरहान सईद ने बताया कि चयनित छात्रों में विधि वर्मा (बी.टेक. इलेक्ट्रिकल), मुहम्मद अयान (बी.टेक. इलेक्ट्रिकल), मुहम्मद अब्दुल्ला (बी.टेक. इलेक्ट्रिकल)  प्रिंस सैनी (बी.टेक. मैकेनिकल), हर्षित वार्ष्णेय (बी.टेक. मैकेनिकल) और सैयद मुहम्मद नबील (बी.टेक.मैकेनिकल) शामिल हैं।

 

आफताब हॉल में जेंडर सेंसिटिविटी पर वर्कशॉप का आयोजन

लीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आफताब हॉल में ‘कार्यस्थल में महिलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम 2013’ के कार्यान्वयन और लैंगिक संवेदनशीलता पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।



मुख्य अतिथि, अरशद हुसैन (संकाय सदस्य, विश्वविद्यालय पॉलिटेक्निक और समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना, एएमयू) ने कहा कि एक स्वस्थ संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संगठनों को कौशल के सही मिश्रण पर विचार करना चाहिए और लैंगिक भेदभाव से बचना चाहिए। इस संबंध में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए लैंगिक समानता और लैंगिक संवेदनशील वातावरण को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

सैयद मुहम्मद तल्हा (कार्यवाहक प्रोवोस्ट) ने स्वागत भाषण दिया। डॉ लामे बिन साबिर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

‘भारत-फारसी इतिहास लेखन’ पर कार्यशाला

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एडवांस्ड स्टडी, इतिहास विभाग ने ‘इंडो-फारसी हिस्टोरियोग्राफी’ पर एक सप्ताह तक चलने वाली कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें विशेषज्ञों ने ग्यारह अलग-अलग सत्रों में 25 व्याख्यान दिए और इतिहास लेखन में मध्यकालीन भारत का फारसी स्रोतों पर चर्चा की।

प्रो. गुलफिंशान खान (अध्यक्ष और समन्वयक, उन्नत अध्ययन केंद्र, इतिहास विभाग) ने कहा भारत के फारसी ऐतिहासिक ग्रंथ भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे समृद्ध विद्वानों की परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि शोध छात्रों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे खुद को मूल और भारत-फारसी इतिहास-लेखन के विकास को भारतीय परिवेश में इतिहास-लेखन की प्रक्रिया में हुए महत्वपूर्ण परिवर्तनों के द्वारा समझा जा सके।उ न्होंने अभिलेखीय स्रोतों, पांडुलिपियों और इतिहास, कविता, जीवनी, भूगोल, विश्वकोशों, टिप्पणियों और संस्कृत कार्यों के महत्वपूर्ण अनुवादों के प्रकाशित ग्रंथों पर भी चर्चा की।

कार्यशाला में विशेषज्ञों ने छात्रों को पांडुलिपियों को समझने के तरीके, विभिन्न पांडुलिपियों की तुलना करने और पाठ्य मुद्दों को समझने जैसे विषयों से परिचित कराया।प्र तिभागियों को भारत-फारसी इतिहासलेखन की विस्तृत श्रृंखला, बहुआयामी व्याख्याओं, सल्तनत काल के इतिहासकार जियाउद्दीन बरनी के तारिख फिरोज शाही के इतिहास और बादशाह नामा की पांडुलिपियों, शाहजहाँ के शासनकाल के आधिकारिक इतिहास, मुगल चित्रों और सुलेख की विस्तृत श्रृंखला से परिचित कराया जाएगा।



राष्ट्रीय ऊर्जा बचत दिवस पर एएमयू में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों, कार्यालयों एवं विद्यालयों में राष्ट्रीय ऊर्जा बचत दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर ऊर्जा बचत का संदेश दिया गया। इतिहास विभाग में कार्यक्रम के प्रतिभागियों को ऊर्जा बचत की शपथ दिलाते हुए विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर गुलशन खान ने ऊर्जा के अनावश्यक उपयोग को नियंत्रित करने पर जोर दिया।

वाणिज्य विभाग में साप्ताहिक कार्यक्रम के तहत जागरूकता प्रवचन आयोजित कर लोगों को ऊर्जा बचाने की शपथ दिलाई गई। प्रो. नासिर ज़मीर कुरैशी (डीन, वाणिज्य संकाय) ने जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। प्रो. एसएम इमामुल हक (अध्यक्ष, वाणिज्य विभाग) ने ऊर्जा बचत के विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डाला, जबकि डॉ. नगमा अजहर ने पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा संसाधनों को लोकप्रिय बनाने और अपनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

इसी तरह एएमयू सिटी गर्ल्स हाई स्कूल में प्राचार्य डॉ मुहम्मद आलमगीर ने स्टाफ सदस्यों को ऊर्जा बचाने की शपथ दिलायी और इस संबंध में नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी को महत्वपूर्ण बताया।स्कूल की शिक्षिका सहर नक्वी ने ऊर्जा बचाने के तरीकों पर भाषण दिया जबकि छात्रों ने एक नाटक प्रस्तुत किया और ऊर्जा संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा की।

एबीके स्कूल में वाइस प्रिन्सिपल डा. सबा हसन ने छात्राओं को विशेष सभा में ऊर्जा संरक्षण की शपथ दिलाई और उनको ऊर्जा संरक्षण के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि ऊर्जा संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से स्कूली छात्राओं द्वारा एक रैली भी निकाली जायेगी। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन में समन्वयक कुवंर आबिद सहित सभी का आभार जताया।

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: