उत्तरप्रदेश के जिला औरैया में कच्ची दीवार गिरने से हादसा हो गया। दीवार के मलबे में दबने से परिवार तीन लोगो की दर्दनाक मौत हो गई। ग्रामीणों व पुलिस की मदद से दीवार गिरने से मलबे में दबे हुए लोगों को निकालकर एंबुलेंस की मदद से स्वास्थ्य केंद्र बिधूना भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने पति पत्नी व बच्चे को किया मृत घोषित कर दिया। जबकि इस हादसे में घायल बच्चों को सैफई रेफर कर दिया है।
घटना की जानकारी मिलते ही जिला अधिकारी औरैया PC श्रीवास्तव व पुलिस अधीक्षक औरैया चारू निगम मौके पर फोर्स के साथ पहुंच गई। जिला अधिकारी औरैया ने परिवार को आर्थिक सहायता दिलाए जाने बात कही है। घटना कुदरकोट थाना क्षेत्र के गोपियापुर की है। पति पत्नी व एक बच्चे की मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया है।
जानकारी के अनुसार कुदरकोट थाना क्षेत्र के गोपियापुर निवासी 46 वर्षीय इंद्रवीर, उनकी 40 वर्षीय पत्नी शकुंतला और 14 वर्षीय बेटा, आकाश, 13 वर्षीय विकास, 10 वर्षीय अनुराग और 6 वर्षीय अंशु के साथ कच्चे मकान में रहते थे। शनिवार रात्रि परिवार सो रहा था। तभी अचानक एक कच्ची दीवार अचानक भर भराकर गिर गई। मलबे में सभी दब गए। शोर शराबा सुनकर ग्रामीणो की भीड़ लग गई।
ग्रामीणो ने हादसे की जानकारी पुलिस को देते हुए मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने में जुट गए। सूचना पर इलाका पुलिस पहुंची और मलबे में पति पत्नी व बच्चो को बाहर निकाला। पुलिस ने एम्बुलेंस की मदद से सभी को बिधूना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भिजवाया। जहां डॉक्टरों ने इंद्रवीर, उसकी पत्नी शकुंतला एवं बेटे विकास को मृत घोषित कर दिया।
वहीं, जबकि आकाश, अनुराग व अंशु की हालत गम्भीर देख सैफई रेफर कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त परिवार दीवार के नीचे छप्पर डाल कर रह रहा था । बीती रात कच्ची दीवार गिरने से दर्दनाक हादसा हुआ है। उन्होंने बताया इन्द्रवीर के पास मकान नहीं था। वह गांव में बने बारात घर में खाना बनाता था और परिवार का भरण पोषण करता था। सोने के लिए कच्ची दीवार के सहारे छप्पर डाल लिया था और परिवार के साथ सोता था। दीवार गिरने से हादसा हो गया और इंद्रवीर का पूरा परिवार उसकी चपेट में आ गया।
हादसे की सूचना पर डीएम पीसी श्रीवास्तव और एसपी चारु निगम मौके पर पहुंची। डीएम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में घायल बच्चों का हालचाल जाना और बेहतर इलाज उपलब्ध कराने को अधिकारियों को निर्देश दिए। डीएम ने बताया कि आवास योजना में इंद्रवीर का नाम था और कुछ पैसा खाते में भेजा था। वह मकान बनाने वाले ही थे कि उससे पहले हादसा हो गया। डीएम पीसी श्रीवास्तव ने कहा कि अभी तक परिवार को आवास क्यों नही मिला, इसकी जांच कराएंगे।
रिपोर्ट- राम कुमार राठौर