उत्तरप्रदेश के जिला अलीगढ़ में संचारी रोग नियंत्रण के लिए लगातार प्रयास जारी हैं । इसी क्रम में 18 अक्टूबर से 17 नवंबर तक एक विशेष अभियान चलाया जाएगा यह जानकारी सीएमओ डॉ आनंद उपाध्याय ने दी । उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान के तहत घर – घर सर्वे कर टीबी, फ्लू, बुखार व कुपोषित बच्चों की पड़ताल भी होगी
सीएमओ डॉक्टर आनंद उपाध्याय ने बताया कि अभियान 18 अक्टूबर से शुरू होगा और 17 नवंबर तक चलेगा। वहीं, 18 अक्टूबर से एक नवंबर तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। जल्द ही टीमें तैयार कर दी जाएंगी।

जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर राहुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार 18 अक्टूबर से 17 नवंबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। जिसके अंतर्गत सर्दी, जुखाम व बुखार पीड़ित, टीबी रोगी, डेंगू व कुपोषित बच्चे आदि लक्षण वाले लोगों की सूची तैयार कर सैंपल और स्लाइड तैयार किए जाएंगे। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीमें तैयार की जाएंगी। ये टीम घर-घर जाकर कोविड-19, बुखार, टीबी, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि के लक्षण वाले मरीजों को चिह्नित कर सूची तैयार करेंगी। डीएमओ ने बताया जिले में अब तक 117 मलेरिया के मरीज हैं और 9740 बुखार के व डेंगू के 239 मरीज पाए गए हैं ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एसपी सिंह ने कहा 18 अक्टूबर से 01 नवंबर तक दस्तक अभियान का तीसरा चरण भी चलाया जाएगा। दस्तक अभियान के तहत संचारी रोग के प्रति मरीजों की पड़ताल कर उपचार दिया जाएगा।
जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शोएब अंसारी ने बताया जिले में जो डेंगू के केस आ रहे हैं, डेंगू निरोधक धनात्मक मरीजों की सपोर्ट मैपिंग करके जिन क्षेत्रों में डेंगू के क्लस्टर पाए जा रहे हैं । वहां निरोधात्मक कार्यवाही भी की जा रही है इसके लिए मुख्यालय स्तर पर 5 आरआरटी में गठित की गई हैं । जो उन क्षेत्रों में जहां डेंगू के क्लस्टर हैं वहां स्वास्थ्य कैंप लगाकर, ओपीडी व फीवर के मरीजों का चिह्निकरण मलेरिया स्लाइड व डेंगू किट की जांच वह आज मन मानस को क्या करें या क्या ना करें किया जा रहा है ।
इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं, पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास, शिक्षा विभाग, आइसीडीएस विभाग, नगर निकाय, वन विभाग, कृषि विभाग, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), राष्ट्रीय सेवा योजना(एनएसएस), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) व यूनिसेफ का भी सहयोग रहेगा।