जानिए, अलीगढ़ शराबकाण्ड में 1 लाख का इनामी और भाजपाइयों का करीबी पुलिस ने कैसे पकड़ा ?

UP के जिला अलीगढ़ के थाना गभाना इलाके में बुलन्दशहर बॉर्डर से शनिवार देर रात्रि शराब कांड में एक लाख के इनामी ऋषि शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार उसके पास से एक कार, खाली पव्वो समेत अन्य सामान मिला है।

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि अब तक 50 हजार के ईनामी विपिन यादव सहित 25-25 हजार के ईनामी मुनीश शर्मा, नीरज चौधरी पहले ही पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं, ऋषि शर्मा के दो भाईयों, पत्नी, बेटा एवं भांजे को पूर्व में ही पुलिस टीमों द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस अब तक 17 मुकदमों में हुए 61 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

बता दें कि, पुलिस टीम 6 राज्यों में दबिश दे चुकी है। एसएसपी लगातार टीमों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। एसपी सिटी व एसपी ग्रामीण की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर बुलंदशहर बॉर्डर से चैकिंग के दौरान ऋषि शर्मा को गिरफ्तार किया। उसकी स्कार्पियो कार से 540 खाली पव्वे देशी शराब, 279 ढक्कन लाल रंग, 75 ढक्कन महरूम रंग के, 667 ढक्कन सील , 240 रैपर जिनपर गुड ईवनिंग देशी शराब, 500 बार कोड बरामद हैं।

 

इसके अलावा ऋषि शर्मा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों ने लगभग 500 से ज्यादा नंबरों की कॉल डिटेल खंगाली। 100 से ज्यादा रिश्तेदारों के यहां रेकी करके जानकारी जुटाई एवं विभिन्न जनपदों में अपने 100 से ज्यादा मुखबिरों को एक्टीवेट किये थे। मुख्य आरोपी ऋषि शर्मा पर एडीजी जोन द्वारा एसएसपी अलीगढ़ के अनुरोध पर 01 लाख रुपये का ईनाम रखा था। एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार करने वाली टीम ही ईनाम की हकदार ।

पुलिस के अनुसार, शराब प्रकरण में अब तक गिरफ्तार आरोपियों के बयान व निशादेही के आधार पर भारी मात्रा में अपमिश्रित शराब (7476 लीटर अवैध शराब), 540 खाली पव्वा, 6744 नकली ढक्कन बरामद, 3440 से अधिक रेपर बरामद, 5910 Qआर कोड बरामद, 1 हजार लीटर से अधिक स्प्रिट बरामद, 150 से अधिक अवैध शराब की पेटी, पैकिंग कार्टून सहित सदिंग्ध दस्तावेज बरामद किये हैं। साथ ही चार पहिया वाहन भी सीज किये हैं। 1 लाख के इनामी ऋषि शर्मा की गिरफ्तारी के साथ ही अब तक की कार्रवाई में समस्त प्रमुख गिरफ्तारियां पूर्ण की जा चुकी हैं ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: