अलीगढ़ :
कोरोना से बचने के लिए प्रदेश में कोविड – 19 टीकाकरण अभियान संचालित है। कोरोना टीकाकरण के तहत एक नवंबर से अब क्लस्टर मॉडल 2.0 अभियान चलाने को लेकर टीकाकरण में तेजी लाने के लिए सरकार के निर्देशानुसार तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आनंद उपाध्याय ने बताया कि शासन के निर्देश पर सुबह आठ बजे से रात दस बजे तक टीकाकरण किया जाएगा । जिला चिकित्सालय सहित बूथ पर दो शिफ्टों में सुबह आठ बजे से दो बजे तक और दोपहर दो बजे से रात दस बजे तक टीकाकरण किया जायेगा । यह व्यवस्था एक नवंबर से लागू होगी । सीएमओ ने कहा कि जिला अलीगढ़ के जिस गांव में 100 % वैक्सीनेशन करा लेगा वहां के प्रधान को सीएमओ द्वारा पहला पुरस्कृत सम्मानित किया जाएगा ।
दो शिफ्ट में होगा टीकाकरण का क्लस्टर मॉडल-2.0 अभियान:
डॉ आनंद उपाध्याय ने बताया कि क्लस्टर मॉडल 2.0 अभियान के तहत शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग आगामी एक नवंबर से राजस्व गांवों में (क्लस्टर कोविड) समूह टीकाकरण अभियान शुरू करेगा। इसके अलावा 18 साल से कम उम्र के बच्चों को भी टीका लगाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा शासन के निर्देशानुसार जनवरी माह से बच्चों को भी कोरोना संक्रमण से बचाव का टीका लगाया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एमके माथुर ने कहा एक नवंबर से क्लस्टर 2.0 टीकाकरण अभियान शुरू करने की तैयारी पूरी का ली गई है। इसके तहत राजस्व गांवों में कैंप लगाकर टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण से जब गांव संतृप्त होगा, तब दूसरे राजस्व गांव में टीकाकरण के लिए शिविर लगाया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि क्लस्टर माडल 2.0 के तहत जिन ग्रामों में प्रथम डोज लगाने का कार्य किया गया । उन्हीं ग्रामों में द्वितीय डोज लगाने का कार्य होगा । राजस्व ग्रामों में वैक्सीन की प्रथम डोज का आकलन लेखपालों द्वारा कराया जाएगा । आकलन के अनुरूप समस्त ग्रामों को तीन श्रेणियों में बांटा जाएगा । पहली श्रेणी में 95 प्रतिशत या अधिक प्रथम डोज टीकाकरण, दूसरी श्रेणी में 80 से 95 प्रतिशत प्रथम डोज व तीसरी श्रेणी में 80 प्रतिशत से कम प्रथम डोज टीकाकरण वाले गांव चिंहित किये जाएंगे ।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक कर टीकाकरण शत – प्रतिशत कराने का अभियान चलाया जा रहा है । इसके लिए स्वयंसेवी संस्थाओं, विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर निकाय विभाग, आईडीएसपी विभाग के कमचारियों का सहयोग लिया जा रहा है । मोबाइल टीमें भी लगी है ।