यूपी के जिला मुरादाबाद के थाना मझोला पुलिस और एसओजी टीम ने संयुक्त रूप से हरियाणा मार्का अंग्रेजी शराब की 437 पेटियों के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई शराब की कीमत करीब साढ़े सत्रह लाख रुपये बताई जा रही है। वही,मास्टरमाइंड सहित तीन आरोपी पुलिस के सामने से फरार हो गए। पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि रोहतक से शराब लेकर बिहार के चंपारण जा रहे थे।
अवैध व कच्ची शराब के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जा रहा है। पिछले दिनों करीब एक महीने तक मुरादाबाद मंडल में अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए अभियान चलाया गया था। अभियान के दौरान पूरे मंडल में भारी मात्रा में अवैध व कच्ची शराब की बरामदगी के साथ ही तमाम अवैध शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया था। बुधवार की रात्रि फिर मझोला पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी है।
जानकारी के अनुसार, मझोला थाना पुलिस को सूचना मिली कि हरियाणा की तरफ से अवैध शराब से भरा ट्रक आ रहा है। ट्रक बाईपास होते हुए बरेली की ओर जाएगा। इस पर एसओजी की टीम ने थाना पुलिस के साथ हाईवे पर जीरो प्वाइंट के पास वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। पुलिस ने संबंधित ट्रक को जब रोका तो उसमें बैठे कुछ लोगों ने भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर दो शराब तस्करों को दबोच लिया। ट्रक की तलाशी लेने पर करीब 437 पेटी हरियाणा मार्का अंग्रेजी शराब बरामद कर ली।
इधर, एएसपी अनिल कुमार यादव ने बताया कि पकड़े गए आरोपी कुंदरकी थाना क्षेत्र हाथीपुर बाजार निवासी शानेआलम व सम्भल जनपद के चन्दौसी कोतवाली के मोहल्ला लक्ष्मण गंज निवासी शावेज हैं। जिसमें शाने आलम ट्रक चालक है और शावेज अवैध शराब कारोबारी है। जबकि मास्टर माइंड समेत तीन आरोपी पुलिस के सामने से फरार हो गए। उन्होंने बताया कि बरामद शराब की कीमत करीब साढ़े सत्रह लाख रुपये हैं। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह लोग हरियाणा के रोहतक से शराब लेकर बिहार के चंपारण जा रहे थे। पहले भी शावेज इस तरह से शराब लेकर बिहार जा चुका है।
एएसपी अनिल कुमार ने बताया कि अवैध शराब कारोबारी पुलिस से बचने के लिए परचून व मेडिकल के सामान व दवा की आड़ में शराब की तस्करी करते थे। कारोबारी पहले परचून के सामान की बोरियां रखते थे। बीच में शराब की पेटियां छुपा देते थे। इसके बाद फिर परचून व मेडिकल के सामान की बोरियां व गत्ते रख देते थे। जिससे रास्ते में चेकिंग होने पर आसानी से पकड़ में न आ सके। इस बार भी परचून के सामान की आड़ में ये लोग शराब ले जा रहे थे।