जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 समाप्त किए जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया है। पिछले कुछ दिनों में घुसपैठ और आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी देख भारतीय सेना ने अब करारा जवाब देना शुरू कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ करने की कोशिश में लगे पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना ने आतंकी अड्डों को तबाह करना शुरू कर दिया। सेना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बने आतंकी लॉन्चपैड्स को चुन-चुनकर निशाना बना रही है। सूत्रों के अनुसार, कड़ाके की ठंड से पहले भारत में आतंकियों की घुसपैठ करने की कोशिश में लगी पाकिस्तानी सेना के मंसूबों को नाकाम करने के लिए भारत ने करारा जवाब दिया है।
सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना पीओके के भीतर बने आतंकी अड्डों पर पिनप्वाइंट स्ट्राइक कर रही है। पाकिस्तानी सेना जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की साजिश कर रही है। पाकिस्तान एक तरह से ऐंटी टेरर वॉचडॉग एफएटीएफ के ऐक्शन से बचते हुए आतंकवाद को पूरा समर्थन कर रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में बॉर्डर पर भी हलचल बढ़ी है। पाकिस्तान ने अकारण रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया। जवाबी ऐक्शन में सेना ने भी पिछले दिनों पाकिस्तान की कई सैन्य चौकियों को तबाह कर दिया था।
पिछले दिनों में पाकिस्तान सेना की ओर से कई बार संघर्षविराम उल्लंघन किया । एलओसी के इस पार भारतीय इलाकों पर नागरिकों को निशाना बनाया गया। इसके पीछे पाकिस्तान की मंशा घुसपैठ कराने की रहती है। आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो 2019 में पाकिस्तानी फायरिंग में कुल 19 निर्दोष नागरिकों की जान गई, लेकिन इस साल पाकिस्तान ने हद पार कर दी है। इस वर्ष अब तक पाकिस्तानी फायरिंग में 21 लोगों की जान जा चुकी है।
सूत्रों की माने तो, गुरुवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लॉन्चिंग पैड्स को निशाना बनाया गया है। पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के उद्देश्य से एफएटीएफ जांच से बचने और एक ही समय में आतंक का समर्थन करने के बीच एक अच्छा संतुलन साधने की कोशिश की है।