उत्तरप्रदेश के जिला मुरादाबाद में थाना मझोला इलाके में ट्रैक्टर चालक खुर्शीद की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस की पुरानी थ्योरी धरी की धरी की रह गई। खुर्शीद की हत्या उसके दोस्त गौतम ने नहीं बल्कि वह जिसका ट्रैक्टर चलाता था, उसके हिस्ट्रीशीटर मालिक ने अपने दोस्त के साथ की थी। गौतम की बहन से शादी करने का सपना देखने वाला हिस्ट्रीशीटर जब अपने मंसूबों पर कामयाब नहीं हुआ, तो गौतम के परिवार को फंसाने के लिए अपने चालक की हत्या की साजिश रच डाली। अपने दोस्त के जरिए उसने खुर्शीद को बुलाया और जमकर शराब पिलाई। नशे में होने के बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। शव बोरे में भरकर फेंक दिया।
बाद में मृतक का मफलर और जूता गौतम के घर के बाहर रख दिया, ताकि पुलिस का पूरा शक उस पर हो। इतना ही नहीं नामजद मुकदमा करवाने तक हिस्ट्रीशीटर खुर्शीद के परिजनों के साथ रहा। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के दोस्त को गिरफ्तार कर इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा कर दिया है।
सात दिन पहले मझोला इलाके में सोनकपुर काशीराम आवास के पास जंगल में बोरे में एक युवक का शव मिला था। बाद में उसकी शिनाख्त सिविल लाइन के चक्कर की मिलक पुराना आरटीओ कार्यालय निवासी खुर्शीद के रूप में हुई थी। सूचना पर रोते-बिलखते परिजन भी मौके पर आ गए थे। खुर्शीद की पत्नी नसीमा ने बताया कि वह ट्रैक्टर चलाता था। एक दिन पहले उसके दोस्त काशीराम आवास में रहने वाले गौतम का फोन आया था। उसके बाद खुर्शीद घर से चला गया था। इसके बाद पुलिस जांच में जुटी तो मृतक के जूते और मफलर गौतम के घर के बाहर मिले। जिसके बाद नसीमा की तहरीर पर मझोला थाना पुलिस ने गौतम, उसकी बहन रेखा, सुनीता और जीजा लक्ष्मीचंद के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
इधर, नामजद रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बयान और जांच के आधार पर पुलिस को पूरा शक गौतम व उसके परिजनों पर था। हालांकि पूछताछ के बाद पुलिस उलझने लगी। गौतम व उसके परिजन बार-बार हत्या की बात से इंकार कर रहे थे। हर बिंदु पर जांच करने के बाद एक नया नाम चांदबाबू का सामने आया। जिसका टैक्टर खुर्शीद चलाता था। पुलिस ने इस जांच शुरू की तो कुछ ऐसा सामने आया कि पुलिस के होश उड़ गए।
गुरुवार का पुलिस लाइन में एसपी सिटी अमित आनंद ने ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि खुर्शीद की हत्या गौतम ने नहीं बल्कि ट्रैक्टर मालिक हिस्ट्रीशीटर चक्कर की मिलक निवासी चांदबाबू ने अपने दोस्त पिंटू के साथ की थी। एसपी सिटी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर गौतम की बहन रेखा से प्यार करता था। वह रेखा से शादी करना चाहता था, लेकिन उसने इंकार कर दिया। जिस कारण चांदबाबू रंजिश मानने लगा और रेखा व उसके परिजनों को फंसाने की कोशिश करने लगा।
हिस्ट्रीशीटर को मालूम था कि खुर्शीद का गौतम के घर आना-जाना है। लिहाजा उसने फोन करके कहा कि गौतम के घर दावत में जाने की बात कहकर एक शराब की दुकान में बुलाया। जिस पर खुर्शीद परिजनों से गौतम के घर जाने की बात कहकर निकला। इसके बाद चांदबाबू और पिंटू ने खुर्शीद के साथ शराब पी। जानबूझ कर खुर्शीद को नशे में धुत करने के बाद दोनों ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। बोरे में शव भरकर वहीं जंगल में फेंक दिया। बाद में खुर्शी का जूता और मफलर रेखा के घर के पास रख दिया, ताकि लोगों को शक हो कि रेखा के यहां ही हत्या की गई है। इतना ही नहीं आरोपी चांदबाबू ने खुर्शीद के परिवार वालों को मदद के बहाने गुमराह करके रेखा और उसके परिवार वालों को नामजद भी करा दिया था।