UP के जिला अलीगढ़ के थाना रोरावर इलाके महफूज नगर में छह दिन पूर्व महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। ससुरालियों ने मायके पक्ष को बिना बताए ही शव को कब्रिस्तान में दफना दिया और भाग गए। मायके पक्ष ने दहेज में बुलेट न मिलने पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए पति सहित छह ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। डीएम की अनुमति पर पुलिस ने शव काे कब्रिस्तान से बाहर निकलवा कर रविवार को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवाया।
दहेज में अतिरिक्त बुलेट की मांग की करते थे
जानकारी के मुताबिक, जनपद मथुरा के भूड़ा सानी गांव निवासी शमशुद्दीन ने बताया कि करीब सात साल पहले उन्होंने बेटी सलमा का निकाह रोरावर क्षेत्र के महफूज नगर निवासी सलमान से की थी। आरोप है कि निकाह में मिले दहेज से ससुराल वाले संतुष्ट नहीं थे। अतिरिक्त दहेज के साथ बुलेट की मांग करते थे। उन्होंने बेटी की खुशियों की खातिर टीवीएस बाइक भी दिलवा दी थी, जिसे उन्होंने बेच डाला। इसके बाद भी बुलेट बाइक की मांग को लेकर ससुराली बेटी सलमा का उत्पीड़न करने लगे। सलमा ने तीन बच्चियों को जन्म दे दिया।
आरोप है कि ससुराली लगातार बुलेट देने का दबाव बनाते रहे। बीती 30 अगस्त को उन्होंने 28 वर्षीय सलमा की गला दबाकर हत्या कर दी और बिना किसी को सूचना दिए ही कब्रिस्तान में ले जाकर शव दफना दिया। शमशुद्दीन के अनुसार बेटी की मौसी सबरीन उससे मिलने पहुंची तो उसे सलमा की हत्या की जानकारी मिली। उन्होंने फोन पर उन्हें सूचना दी और वे अलीगढ़ पहुंचे उससे पहले ही ससुरालियों ने शव को सुपुर्द ए खाक कर दिया। इसके बाद ससुराली घर बंद कर फरार हो गए।
इधर, सीओ प्रथम राघवेंद्र सिंह ने बताया कि सलमा के पिता शमशुद्दीन ने शौहर सलमान, जेठ रमजानी, बादशाह, शकील, ससुर बाबू खां, सास मुन्नी समेत छह के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी घर से फरार हैं। मामले में जांच की जा रही है। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चल सकेगा। पुलिस टीम जांच पड़ताल में जुटी है।
सिटी मजिस्ट्रेट की निगरानी में निकलवाया शव
सलमा के शव को पिता शमशुद्दीन के अनुरोध पर डीएम के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार की निगरानी में कब्रिस्तान से शव को बाहर निकलवाया गया है। इस दौरान पुलिस की कड़ी सुरक्षा रही।