उत्तरप्रदेश के कई जिलों में बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने से पांच की मौत हो गई है, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। एक ऐतिहासिक मंदिर में दरार आ भी गई है। चित्रकूट जिले में शनिवार की दोपहर को तेज बारिश के साथ कई स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरी। जिसमें राजापुर के बरद्वारा में खेत में मौजूद धर्मेंद्र प्रजापति, औदहा गांव के रामऔतार व भरतकूप के भसौंधा में बकरी चरा रहे कैलाश की मौत हो गई।
वहीं, अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली की चपेट में आने से जहरी पत्नी केशव, अंगनू, मइयादीन, रामसजीवन, झुलस गए हैं। साथ ही दो दर्जन गाय व बकरियां मर गई हैं। कानपुर देहात जिले के सरवनखेड़ा ब्लॉक के रौगांव में शनिवार सुबह बिजली गिरने से खेत में चारा काट रहे 55 वर्षीय किसान घसीटे की मौत हो गई।
इधर, झींझक ब्लॉक के गांव तेजपुर में बकरी चराने गई 15 वर्षीय सुंदरी देवी पुत्री मलखान सिंह की भी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। चपेट में आकर दो बकरियां भी मर गईं। सुंदरी बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़ी हो गई थी। उधर, इटावा जनपद में यमुना-चंबल नदियों के संगम पर गांव भरेह स्थित ऐतिहासिक भारेश्वर मंदिर पर बारिश के साथ बिजली गिरने से बुर्ज क्षतिग्रस्त हो गया।
पुजारी चंबल गिरी ने बताया कि पिछले महीने नदियों में आई बाढ़ की वजह से मंदिर का करीब 30 फुट से अधिक निचला हिस्सा बाढ़ में डूबने के कारण कुछ हिस्सा पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुका है। गांव भरेह के प्रधान राघवेंद्र प्रताप सिंह सेंगर ने शासन-प्रशासन से मांग की ऐतिहासिक धरोहर आस्था के प्रतीक मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया जाए। जिससे ऐतिहासिक धरोहर नष्ट न हो सके।
हादसे की खबर से मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। मृतकों ने अपने पीछे भरे पूरे परिवार छोड़े हैं। वहीं, सूचना पर पुलिस व प्रशासन मौके पर पहुंच गया।