अलीगढ़ :
कोरोना की लड़ाई लड़ने के लिए बूस्टर (एहतियात) डोज बेहद आवश्यक है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए कोविड गाइडलाइन के साथ पूर्ण टीकाकरण भी जरूरी है। सीएमओ ने सभी को नि:शुल्क टीका का लाभ उठाने की अपील की है। टीकाकरण कार्यक्रम पर लगातार ध्यान भी दिया जा रहा है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नीरज त्यागी का।
सीएमओ ने बताया कि गाइडलाइन के अनुसार पहली डोज के निर्धारित समय अंतराल पर दूसरी डोज दी जाएगी व 9 माह बाद बूस्टर डोज दी जानी है है। लेकिन चुनाव में लगे कर्मियों को 3 माह के भीतर बूस्टर डोज दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मी भी सतर्कता के लिए टीकाकरण कराकर ही चुनाव की ड्यूटी में शामिल हों।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉक्टर एमके माथुर ने कहा कि जनपद में 10 फरवरी को होने वाले मतदान में ड्यूटी करने वाले सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण कराना अनिवार्य है। इसके लिए शासन ने सभी को प्रकाशन डोज दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

डीआईओ ने बताया कि 9 माह की अवधि पूरी करने के लिए चुनाव ड्यूटी में तैनात चिह्नित समस्त हेल्थ केयर वर्कर व फ्रंटलाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रकाशन डोज जरूरी है।
उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी शरद गुप्ता ने कहा कि यह प्रावधान केवल विधानसभा चुनाव में लगे कर्मचारियों के लिए ही किया गया है। ऐसे लोगों के लिए दूसरी डोज के बाद नौ माह की बाध्यता हटाई गई है।