अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति ने उदयपुर घटना की निंदा की ! जानिए क्या है पूरा मामला

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की निर्मम हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि इस हत्या ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग बुनियादी इस्लामी सिद्धांतों को समझे बिना कानून को अपने हाथ में लेते हैं, किसी व्यक्ति को दंडित करते हैं और फिर इसका प्रयोग देश के सांप्रदायिक सद्भाव और सामाजिक भाईचारे को कमजोर करने के लिए उसे एक भयानक तरीके से मार डालते हैं। न तो देश का कानून और न ही कोई धर्म ऐसी बर्बरता की इजाजत देता है। श्री प्रोफेसर मंसूर ने नागरिकों से अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने और शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की भी मांग की।

 




—————————-
चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
हाल ही में एएमयू के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में संपन्न चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्रामीण अभियांत्रिकी विभाग, अलीगढ़ सर्कल, उत्तर प्रदेश के इंजीनियरों एवं पदाधिकारियों ने बुनियादी तकनीकी कौशल एवं कार्यालय मामलों के बारे में सीखा और अपने कौशल को बढ़ाया। कार्यक्रम का आयोजन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के भू-तकनीकी इंजीनियरिंग अनुभाग द्वारा किया गया।

समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि और एएमयू के पूर्व छात्र मधु सक्सेना (सेवानिवृत्त अधीक्षक अभियंता, ग्रामीण इंजीनियरिंग विभाग) ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम इंजीनियरों और कार्यालय के कर्मचारियों को नए कौशल और तकनीकी कौशल से परिचित कराते हैं और सॉफ्ट स्किल्स से लैस करते हैं।
सिविल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. अब्दुल बाकी ने कहा कि भविष्य में ग्रामीण इंजीनियरों और कार्यालय कर्मचारियों के कौशल को सुधारने के लिए इस तरह के और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हमें खुशी है कि प्रतिभागियों ने आसानी और उत्कृष्टता के साथ प्रशिक्षण पूरा किया और उन्होंने कौशल हासिल किया जो उनके लिए बहुत उपयोगी होगा।

 




पाठ्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर मलिक शोएब अहमद ने बताया कि कार्यक्रम में भाग लेने वालों को व्यक्तित्व विकास, तनाव प्रबंधन, सरकारी मुकदमों की पैरवी, ठेका प्रबंधन, सड़कों का ई-मार्ग रखरखाव, कार्यालय कार्य के नियम-कायदों, सीमेंट कंक्रीट सामग्री, पैनल कंक्रीटिंग, राजमार्ग जल निकासी सहित अन्य विषय का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि भविष्य में पूरे प्रदेश और अलीगढ़ सर्किल के इंजीनियर्स के लिए भी कार्यशाला आयोजित की जाएगी। अलीगढ़, हाथरस और एटा के कार्यकारी अभियंता मदन पाल वर्मा और शमीम अहमद ने अपनी टिप्पणी में कहा कि जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग, हाईवे इंजीनियरिंग, कंक्रीट और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग जैसे विषयों पर प्रयोगशाला प्रयोगों के साथ कक्षा को पढ़ाना उनके लिए बहुत फायदेमंद था। कार्यक्रम के अंतिम दिन एएमयू फैकल्टी एवं ग्रामीण अभियांत्रिकी विभाग, लखनऊ के इंजीनियरों द्वारा चार व्याख्यान दिए गए। अंत में प्रो. मलिक शोएब अहमद ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: