हजरत नागा शाह वली के उर्स-ए-मेले में कव्वालियों का हुआ आगाज, जगह-जगह पुलिस रहीं मुस्तैद
यूपी के जनपद फर्रुखाबाद के कम्पिल थाना क्षेत्र के गांव निजामुद्दीनपुर (नागा सैयद) में हर साल की तरह इस साल भी हजरत नागा शाह वली रहमतुल्लाह अलेही का सालाना उर्स बड़ी धूमधाम से मनाया गया। जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात रहा।
हजरत नागा शाह वली का सालाना उर्स मार्च के महीने में होने वाला इस बार अप्रैल में हुआ। 26 व 27 मार्च को होने वाला उर्स-ए-मेला रमजान के महीने को देखते हुए इस बार अप्रैल में कराया गया क्योंकि मुस्लिम समाज के लोगों में रमजान के महीने में उर्स-ए-मेला नहीं मनाया जाता हैं। इस बार 27 व 28 अप्रैल को उर्स-ए-मेला पुलिस की निगरानी में बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
27 अप्रैल को बाद नमाजे ईशा रात 10:00 बजे मिलाद शरीफ का आगाज शुरू हुआ था। मिलाद शरीफ में मस्जिद के पैश इमाम तहसीन रजा ने मिलाद शरीफ की शुरुआत की। बरेली से आए मुफ्ती नूर मोहम्मद ने मिलाद शरीफ में नाते पाक पढ़ा और महफ़िल की शमा जमाई। कम्पिल कस्बे से आए हाफिज रब्बानी व इमाम जमीर ने महफिल में चारचांद लगाए। संचालक मौलाना आमिर रजा व मौलाना मुस्तकीम रजा ने महफ़िल की शमा बढाई। मिलाद शरीफ में सैकड़ों लोग मौजूद रहें। उपनिरीक्षक मंगल सिंह मय फोर्स के साथ तैनात रहे। मिलाद शरीफ शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।
28 अप्रैल दिन शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद दोपहर 2.30 बजे दरगाह के सज्जादा नशीन फूल मियां ने अपने घर से घागर निकाली। घागर पूरे गाँव में घूमते हुए हजरत नागा शाह वली की दरगाह पर पहुंची। सज्जादा नशीन फूल मियां ने चादरपौशी कर अहले वतन के लिए अमन चैन की दुआ मांगी।
28 अप्रैल हजरत नागा शाह वली की दरगाह पर सुबह से ही दूरदराज से आए हजारों अकीदतमंदो ने गुलपौशी व चादरपौशी कर मन्नते मुरादे मांगी। कम्पिल कस्बे के समाजसेवी रावेज खां उर्फ़ बंटी भाई व शानू भाई ने सभी अकीदतमंदो के लिए लंगर किया। लंगर सुबह चालू हुआ और सारी रात दाल रोटी का लंगर चला।
28 अप्रैल बाद नमाजें ईशा रात करीब 11.00 बजे कव्वाली शुरू होने से पहले मुख्य अतिथि बसपा नेता अशोक कुमार मौर्य व समाजसेवी वीरपाल चौहान व किशन पाल यादव के उर्स कमेटी सदर ने माल्यार्पण कर पगड़ी बांधकर भय जोरदार स्वागत किया। रात 11.30 बजे कव्वालियों का आगाज शुरू हुआ। कव्वालियों का आगाज शुरू होने के दौरान सपा नेता निलेश यादव व डॉक्टर नवल किशोर के छोटे भाई तशरीफ लाए इनके भी पगड़ी बांध माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत किया गया। स्वागत समारोह के बाद कव्वाली मुकाबला बहुत जोरदार हुआ।
इस बार बरेली शरीफ से आए हिंदुस्तान के मशहूर कव्वाल ताहिर चिश्ती ने अपनी मधुर आवाज से सूफियाना कलाम व गजलें सुनाई।कव्वाल ताहिर चिश्ती को टक्कर देने बेंगलुरु से आए हिंदुस्तान के जाने माने मशहूर कव्वाल मुराद आतिश ने अपनी मधुर आवाज व साज धाज से कव्वाली और गजलों को सुनाया और महफिल में शमा जमाई। दूरदराज से आए हजारों लोग पंडाल मे बैठ कर दोनों कव्वालों की कव्वालियां व गजलों को सुनकर झूमते नज़र आए।
हजरत नागा शाह वली के उर्स-ए-मेले में खान पान व बच्चों के लिए खेल खिलोनो की दुकान व झूले भी सारी रात लगे। मेले में लोगों ने खरीदारी व खानपान कर झूलों का आनंद लिया। 29 अप्रैल सुबह कुल शरीफ हुआ।
इस बार उर्स-ए-मेले में पुलिस प्रशासन रही सतर्क
मेला प्रभारी उपनिरीक्षक मंगल सिंह ने मेले में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे व ड्रोन कैमरे से निगरानी की। मेले में जगह-जगह पुलिस रहीं मुस्तैद। 29 अप्रैल को कुल शरीफ के साथ मेला प्रभारी उपनिरीक्षक मंगल सिंह की अगुवाई में मेले का शांतिपूर्वक समापन हुआ।
रिपोर्टर आमिर खान (बब्लू)