इंडिया टुडे-एमडीआरए सर्वे में एएमयू के कॉलेजों और विभागों का बेहतर प्रदर्शन
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कॉलेजों और अध्ययन विभागों ने प्रतिष्ठित ‘इंडिया टुडे-एमडीआरए सर्वे ऑफ कॉलेजेज इन इंडिया, 2023’ में अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसे पत्रिका के नवीनतम विशेष अंक में प्रकाशित किया गया है। एएमयू के कॉलेजों और विभागों का रैंकिंग ग्राफ उनके प्रदर्शन में सुधार का परिचायक है।
यूनिवर्सिटी के डॉ जियाउद्दीन अहमद डेंटल कॉलेज ने भारत के सभी डेंटल कॉलेजों और संस्थानों में 8वीं रैंक हासिल की है, जबकि साल 2022 में इसे 10वीं रैंक मिली थी। इसी प्रकार, आर्किटेक्चर विभाग ने इस वर्ष 9वीं रैंक हासिल की है जबकि इसने वर्ष 2022 में प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया था।
कानून विभाग की स्थिति में वर्ष 2022 में 14वें स्थान की तुलना में 13वें रैंक के साथ थोड़ा सुधार हुआ है। जनसंचार विभाग सर्वेक्षण में 23वीं रैंक के साथ देश के अग्रणी मीडिया संस्थानों में शामिल है। पिछले साल इसे 24वीं रैंक मिली थी। सामाजिक कार्य विभाग ने 13वीं रैंक हासिल की है, जबकि जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ने 17वें नंबर पर अपना स्थान बरकरार रखा है। जबकि जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी 24वें स्थान पर है।
एएमयू के सामान्य सुधार पर संतोष व्यक्त करते हुए कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने कहा कि एएमयू के लिए इंडिया टुडे-एमडीआरए सर्वेक्षण ज्ञान और नवाचार को आगे बढ़ाने में हमारे शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों की कड़ी मेहनत का प्रतिनिधित्व करता है।
विश्वविद्यालय की रैंकिंग समिति के अध्यक्ष, प्रोफेसर एम. सालिम बेग ने कहा कि इन कॉलेजों और विभागों ने अध्ययन के विभिन्न क्षेत्रों में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों की रैंकिंग के लिए इंडिया टुडे के नॉलेज पार्टनर एमडीआरए द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली पद्धति अच्छी तरह से परीक्षित है और व्यापक रूप से सराही गई है। वर्षों से इसकी निरंतरता पिछले वर्षों के परिणामों की तुलना करने में मदद करती है। कॉलेजों की वस्तुनिष्ठ रैंकिंग के दौरान, एमडीआरए ने कॉलेजों की सबसे व्यापक और संतुलित तुलना प्रदान करने के लिए प्रत्येक स्ट्रीम में 112 विशेषताओं को समायोजित किया है। इन प्रदर्शन संकेतकों को 5 व्यापक मापदंडों अर्थात ‘इनटेक क्वालिटी एंड गवर्नेंस (आईक्यूजी)’, ‘एकेडमिक एक्सीलेंस (एसीई)’, ‘इंफ्रास्ट्रक्चर एंड लिविंग एक्सपीरियंस (आईएलई)’, ‘पर्सनैलिटी एंड लीडरशिप डेवलपमेंट (पीएलडी)’ और ‘कैरियर प्रोग्रेशन एंड प्लेसमेंट (पीसीपी)’ में जोड़ा गया है।
उपरोक्त के अलावा, संबंधित कॉलेज के प्रत्येक विषय के लिए ऑब्जेक्टिव स्कोर (ओएस) और परसेप्शन स्कोर (पीएस) की भी अलग से गणना की गई है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त सभी मापदंडों को ध्यान में रखते हुए, संबंधित कॉलेज के विषय विशेष के लिए 2000 में से कुल स्कोर (टीएस) की गणना की गई है, जो समग्र रैंक का संकेतक है।
नशा मुक्त भारत अभियान
अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अहमदी स्कूल फॉर विजुअली चैलेंज्ड के शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के तहत ‘नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ के अवलोकन में नशीली दवाओं और अवैध तस्करी से दूर रहने तथा समाज में इस प्रकार कि बुराइयों को समाप्त करने के लिए जागरूकता उत्पन्न करने की शपथ ली।
स्कूल की प्रिंसिपल, डॉ. नायला रशीद ने इस दिन के महत्व पर बात की और थीम ‘लोग पहलेः कलंक और भेदभाव को रोकें, रोकथाम को मजबूत करें’ पर प्रकाश डाला और सभी से नशीली दवाओं के दुरुपयोग के उन्मूलन के लिए आगे आने का आग्रह किया।
ग्रीष्मकालीन एथलेटिक्स प्रशिक्षण शिविर का समापन
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एथलेटिक्स क्लब द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन कोचिंग शिविर की समाप्ति पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गए। छात्रों को भागीदारी के प्रमाण पत्र देते हुए, मुख्य अतिथि, टीबी और छाती रोग विभाग के प्रोफेसर शमीम अहमद ने दैनिक जीवन में शारीरिक गतिविधि के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों से स्वास्थ्य कल्याण के लिए खेलों में भाग लेने को अपना शौक बनाने का आग्रह किया।
इससे पूर्व एथलेटिक्स क्लब के अध्यक्ष, प्रोफेसर जमीरउल्लाह खान ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि शिविर में विभिन्न स्कूलों के 40 विद्यार्थियों ने भाग लिया और दौड़ने, कूदने और फेंकने सहित विभिन्न एथलेटिक्स स्पर्धाओं की बारीकियां सीखीं। यूनिवर्सिटी गेम्स कमेटी के सचिव, प्रोफेसर अमजद अली रिजवी ने धन्यवाद ज्ञापित किया और प्रतिभागियों को शारीरिक गतिविधियों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन नवेद अहमद ने किया।