उत्तरप्रदेश के जिला अलीगढ़ के गांधीपार्क क्षेत्र में मंगलवार को एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने पानी की टँकी पर चढ़कर अग्निपथ योजना का विरोध किया। योजना के विरोध में उन्होंने जमकर नारेबाजी भी की। उन्होंने तत्काल अग्निपथ योजना को बंद करने की मांग उठाई और कहा कि सरकार इस योजना को तत्काल बंद कर दे। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष के साथ कई छात्र गांधीपार्क बस स्टैंड के पास पहुंचे । जहां सभी पानी की टंकी पर चढ़ गए। उन्होंने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर अग्निपथ योजना का विरोध किया। उनका कहना था कि सरकार नौकरियां देने के बजाय नौकरियों को खत्म कर रही है।
जानकारी देते हुए एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष आकाश मशीह ने बताया कि भारत सरकार ने सेना भर्ती प्रक्रिया में फेरबदल करके अग्निपथ योजना शुरू की है। इस योजना के तहत युवाओं को सिर्फ 4 साल के लिए नौकरी मिलेगी और जिसके बाद सरकार उन्हें रिटायर कर देगी। जबकि सेना में जाना युवाओं का सपना होता है और जब वह चार साल बाद रिटायर कर दिए जाएंगे तो वह भारत माता की सेवा कैसे कर पाएंगे ? इससे युवाओं में लगातार आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी राहुल गांधी और मेनका गांधी के साथ इस योजना का विरोध कर रहे हैं। जब तक सरकार इस योजना को वापस नहीं लेते, वह भी लगातार इस योजना का विरोध करते रहेंगे।
बता दें कि, अग्निपथ योजना के विरोध में अलीगढ़ में बीती 17 जून को टप्पल और जट्टारी में हिंसा भी हुई थी। आंदोलन कारियों ने सरकारी बसों में तोड़फोड़ के साथ में आग लगा दी थी। वाहनों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने घंटो तक सड़क पर जाम लगाए रखा था। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने जब मौके पर पहुंचकर युवाओं को शांत कराने की कोशिश करी तो आक्रोशित युवा और ज्यादा भड़क गए थे। उन्होंने पुलिस के वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया था। आक्रोशित भीड़ ने जट्टारी पुलिस चौकी को भी आग लगा दी थी। जहां आग से भारी नुकसान हुआ। इसके साथ ही भाजपा चेयरमैन की गाड़ी को आग लगाकर फूंक दी थी। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की और कई आरोपियों को जेल भेजा है। वहीं, पुलिस एलर्ट मोड़ में हैं।