अलीगढ़। मंगलायतन विश्वविद्यालय में शनिवार को औद्योगिक उन्मुखीकरण पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों को प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई। वहीं स्टार्टअप के लिए जागरुक किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व पुलिस महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी अंकित खंडेलवाल, कुलपति प्रो. पीके दशोरा, ज्वाइंट कमिश्नर उद्योग वीरेंद्र कुमार, प्रो. केवीएसएम कृष्णा द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया गया।
कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने अतिथियों का परिचय कराते हुए कहा कि हमारे बच्चे सुनहरे भारत के वह शिल्पी हैं, जो सीमाओं को छोड़कर नहीं बल्कि उनको लांघकर राष्ट्र उन्नति में योगदान दे रहे हैं। युवाओं से प्रदेश व केंद्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में सफलता पूर्वक सहायक बनने का आव्हान किया। मुख्य अतिथि पूर्व पुलिस महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सिविल सेवा को स्टेटस बनानी की आवश्यकता नहीं है। यदि आपने समय रहते उद्यमिता को अपना लिया तो आप रोजगार देने वाले होंगे। नौकरी करना कठिन नहीं है, नौकरी देने वाला बनना कठिन है। युवा चुनौतियों को स्वीकार करें, क्योंकि किनारे बैठने से मोती नहीं मिला करते।
वर्तमान में युवाओं को अपनी सोच बदलने की आवश्यकता है, युवा शिक्षा के साथ रोजगार पर ध्यान दें। सरकार द्वारा युवाओं के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन युवाओं को योजनाओं की जानकारी नहीं रहती। युवाओं तक योजनाओं की जानकारी पहुंचाने के लिए ही कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से सरकार की योजनाओं से जुड़कर उद्योग स्थापित कर जॉब का सृजन करने का आव्हान किया।
प्रो. केवीएसएम कृष्णा ने कहा कि उद्यमी बनने के लिए योजनाओं की जानकारी रखना आवश्यक है। केंद्र व प्रदेश सरकार युवाओं को योजनाओं का लाभ देने के लिए घर-घर जानकारी पहुंचाने का कार्य कर रही है। आप आज मेहनत करेंगे तो कल आपका सुनहरा होगा। उन्होंने युवाओं को अपने अंदर आत्मविश्वास जाग्रत करने का मंत्र दिया।
इससे पहले सरकार की स्वतः रोजगार से जुड़ी योजनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए ज्वाइंट कमिश्नर उद्योग वीरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के माध्यम से 50 लाख तक का ऋण उद्योग स्थापित करने के लिए दिया जाता है। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री युवा स्वराज योजना के संबंध में बताया कि 18 से 42 साल के युवा योजना का लाभ ले सकते हैं, इसमें मिलने वाले ऋण पर 25 फीसद तक अनुदान दिया जाता है।
इसके साथ ही उन्होंने उद्यम सारथी एप के लाभ, स्टार्टअप सेंटर, सरकार द्वारा दिए जाने वाले अनुदान की विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में अतिथियों को शॉल उढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। राजेश पंचासरा ने सभी का अभार प्रकट किया। कार्यक्रम संयोजक प्रशासनिक अधिकारी गोपाल राजपूत, प्रो. सिद्धार्थ जैन, राजेश पंचासरा रहे।
संचालन दीपशिखा शर्मा ने किया। इस अवसर पर प्रो. उल्लास गुरुदास, डा. कुमुदनी पवार, डा. रेखा रानी, टीएस राजपूत, सुखपाल सिंह, शिशुपाल सिंह, गुलशन बंसल के साथ ही विद्यार्थियों में एमयूएससी के मोहित अग्रवाल, सचिन, कुमकुम, ज्ञानेंद्र जादौन, अब्दुल कलाम, शगुन, गौरी, तनु, जाहन्वी, पल्लवी, दयाशंकर, वैष्णवी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन के बाद अतिथियों ने कुलपति के साथ डीवीपीए विभाग की आर्ट गैलरी गौमती कला कुंज का अवलोकन किया। अतिथियों ने विश्वविद्यालय के परिसर व शिक्षण कार्य की मुक्त कंठ से सराहना की।
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