अलीगढ़ : अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों ने सोमवार को भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में एक बैठक की । साथ ही महाराणा प्रताप जी की मूर्ति के समक्ष मूक प्रदर्शन किया । इसके बाद प्रधानमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ।
बैठक की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य डॉ नरसिंहपाल सिंह ने की । बैठक में जिलाध्यक्ष डा शैलेंद्र सिंह ने कहा एक अखाड़े के कुछ खिलाड़ी राजनेतिक मोहरा बनकर भारत के सबसे प्राचीन खेल कुश्ती को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं और कुश्ती संघ पर अपना आधिपत्य स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं । लेकिन कुश्ती खेल प्रेमी और कुश्ती प्रतियोगिता के खिलाड़ी ऐसे लोगो को कामयाब नही होने देंगे ।
महानगर अध्यक्ष नेमसिंह सोलंकी ने कहा कि जो खिलाड़ी बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगा रहे हैं, वे साक्ष्य जांच कमेटी के सामने क्यों नही दे रहे ? खेल मंत्रालय को क्यों नहीं दे रहे ? निराधार आरोप लगाना कुश्ती को अंतराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करना है ।
जिलाध्यक्ष युवा सौरभ तोमर ने कहा कि जंतर मंतर पर बैठे खिलाड़ी कुश्ती के लिए नही लड़ रहे । वे एक राजनैतिक दल के नेता को कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनाने के लिए धरने पर बैठे हैं । इसलिए इन खिलाड़ियों को किसी जांच टीम भरोसा नहीं है ।
तहसील कोल के पूर्व अध्यक्ष रक्षपाल सिंह राघव ने कहा बृजभूषण शरण सिंह के कार्यकाल 2011 से अब तक देश के पहलवानों ने एक बुलंदी को छुआ है । 2011 से पहले और उसके बाद मेडल का अंतर देखा जाए तो फर्क साफ दिखाई देगा । राना प्रताप सिंह ने कहा कि जंतर मंतर पर चल रहे धरने पर राजनेताओं की उपस्थिति ने इसे शाहीन बाग पार्ट दो बना दिया है । जो की खेल एवम खिलाड़ियों से प्रेम कम राजनीति अधिक कर रहे हैं ।
सूरज राघव ने कहा कि धरने पर बैठे सभी खिलाड़ी केन्द्र अथवा राज्य सरकार के किसी न किसी विभाग में कार्यरत हैं । क्या इन्होंने अपने विभाग से इस तरह के धरने की अनुमति ली है ? क्या यह विभागीय आचरण नियमावली का उल्लंघन नहीं है इसलिए अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा अलीगढ़ मांग करती है ? इस पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच कराई जाए । सभी खिलाड़ियों को नौकरी से बर्खास्त किया जाए । ब्रिज भूषण शरण सिंह एवं सभी खिलाड़ियों का नारको टेस्ट कराया जाए । जिससे दूध का दूध पानी का पानी हो सके और कुश्ती को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को खराब होने से बचाया जा सके ।
बैठक में लोकेश जादौन, गोविंद सिंह, सूरज राघव, भीसज चौहान, प्रदुमन सेंगर, सुधीर यादव, पप्पू प्रधान, मानवेंद्र सिंह राणा, राजपाल सिंह सेंगर, राजू ठाकुर, सुमित प्रताप सिंह, नरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, भानू प्रताप सिंह, विनय कुमार सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।