Aligarh News : 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक क्यों चलाया जाएगा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह, जानिए

 

अलीगढ़ जनपद में 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह शुरू होगा। जिसमें मलखान सिंह जिला चिकित्सालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों के समस्त सीएचसी एवं पीएचसी पर निःशुल्क वृद्ध मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें लोगों को मानसिक बीमारियों, लक्षण और इलाज के बारे में जागरूक करेंगे। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से सम्बंधित जानकारी व उचित परामर्श भी दिया जाएगा।

 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम “मेक मेंटल हेल्थ एंड वेल बीइंग फॉर ऑल आर ग्लोबल प्रायोरिटी” अर्थात मानसिक स्वास्थ्य को सभी के कल्याण के लिए वैश्विक स्तर पर प्राथमिकता दें।इसके अलावा पूरे सप्ताह जनमानस को जागरूक करने लिए गोष्ठी समेत विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी।



सीएमओ ने बताया कि कोविड के बाद बढ़ गई लोगों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर दिनचर्या कि इन आदतों में तुरंत सुधार करें। कोरोना संक्रमण में कम उम्र के लोगों में तनाव-चिंता और गंभीर स्थितियों में समस्या को देखा गया है। साथ ही महामारी ने मनोवैज्ञानिक तौर पर लोगों की सेहत को नकारात्मक रूप से प्रभावित भी किया है।

डॉ. त्यागी का कहना है कि कोविड-19 बढ़े हृदय रोग और हार्ट अटैक के मामलों के लिए भी तनाव चिंता का प्रमुख कारक के तौर पर देखा गया है। उन्होंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के बारे में वैश्विक स्तर पर लोगों को शिक्षित जागरूकता करने और सामाजिक कलंक की भावना को दूर करने के लिए इसलिए प्रति वर्ष 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।

मलखान सिंह जिला चिकित्सालय के मुख्य मनोचिकित्सक डॉ. अमित सिंह ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए जनमानस को जागरूक व प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित अधिक जानकारी व इलाज के लिए जिला चिकित्सालय के कमरा नंबर 6 बी में संपर्क कर सकते हैं।

जिला चिकित्सालय के मनोवैज्ञानिक विभाग की कंसलटेंट डॉ अंशु एस सोम ने कहा – कि मानसिक स्वास्थ्य समस्या के कई कारण हैं जिनसे यह रोग बढ़ता है। प्रारंभिक लक्षणों पर गौर करें तो किन्हीं कारणों से नींद न आना या देर से आना, भूख में कमी, तनाव, उलझन, घबराहट आदि का रहना, व्यवहार में प्रति निराश रहना, बार-बार आत्महत्या का विचार आना, उदासी, लोगों से दूर रहना, चिड़चिड़ापन आदि कई प्रकार की समस्या होती हैं। किसी को मानसिक बीमारी है तो उसे अपने तनाव, अवसाद, गहन चिंता आदि को नियंत्रित करना चाहिए, नियमित स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान देना चाहिए, पर्याप्त नींद लेनी चाहिए, पौष्टिक आहार लें व नियमित व्यायाम करना चाहिए।

एक स्वस्थ जीवनशैली में संतुलित आहार का महत्व जरूरी :
-संतुलित व स्वस्थ आहार लें, फल व सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं।
-नियमित व्यायाम से शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखें।
-तनाव मुक्त रहें, कोई दिक्कत हो तो परिवार से साझा करें।
-प्रतिदिन छह से सात घंटे की निद्रा या आराम जरूरी।
-दिक्कत महसूस हो तो प्रशिक्षित चिकित्सक से ही संपर्क करें।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: