एएमयू का यूपी राज्य जनगणना संचालन निदेशालय के साथ करार
एएमयू वीसी, रजिस्ट्रार व अन्य रहे मौजूद
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने आज जनगणना संचालन निदेशालय, उत्तर प्रदेश के साथ ‘जनगणना डेटा अनुसंधान कार्य केंद्र’ स्थापित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह केन्द्र विश्वविद्यालय की मौलाना आजाद लाइब्रेरी में स्थापित किया जाएगा।
कुलपति, प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज़, रजिस्ट्रार, मोहम्मद इमरान (आईपीएस), पूर्व अध्यक्ष, सांख्यिकी और संचालन अनुसंधान विभाग, प्रोफ़ेसर क़ाज़ी मजहर अली, डिप्टी लाइब्रेरियन, मौलाना अजा़द लाइब्रेरी, डॉ आसिफ फरीद सिद्दीकी और उप निदेशक, जनगणना संचालन निदेशालय, यूपी, डॉ. एसएस शर्मा और निदेशालय के अन्य अधिकारी उक्त एमओयू पर हस्ताक्षर के समय मौजूद थे।
प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज़ ने कहा कि यह एक तथ्य है कि जनगणना डेटा बहुउद्देश्यीय विकासात्मक नीतियों के निर्माण और निगरानी और योजना के मूल्यांकन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए, डेटा को आम जनता के लिए सुलभ बनाना बहुत महत्त्वपूर्ण है।
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डॉ. एसएस शर्मा ने बताया कि शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, छात्रों को विश्वसनीय डेटा प्रदान करने और इस डेटा के आधार पर अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से देश के सभी प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में भारत सरकार के ‘जनगणना डेटा अनुसंधान वर्कस्टेशन’ स्थापित किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जनगणना 1991, 2001 और 2011 की सभी प्रकाशित जनगणना तालिकाएँ और डेटा इन अनुसंधान कार्यस्थानों पर डिजिटल प्रारूप में शोधकर्ताओं के लिए उपलब्ध हैं और इन कार्यस्थानों से, डेटा उपयोगकर्ता विभिन्न जनगणना-संबंधित डेटा के साथ-साथ माइक्रो डेटा भी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
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उन्होंने कहा कि यह वर्कस्टेशन एएमयू के छात्रों और शोधकर्ताओं को व्यवस्थित अनुसंधान के लिए जनगणना माइक्रो-डेटा तक पहुॅच प्रदान करके भारत की आबादी के सामाजिक-आर्थिक-जनसांख्यिकीय संदर्भ का अध्ययन करने में सक्षम बनाता है।
श्री इमरान ने इस बात पर ज़ोर दिया कि एएमयू में स्थापित ‘जनगणना डेटा रिसर्च वर्कस्टेशन’ न केवल अलीगढ़ जिले के लिए, बल्कि आसपास के राज्यों के लिए भी उपयोगी है। यह सामाजिक, आर्थिक और जनसांख्यिकीय विषयों पर अनुसंधान को उन्नत करने की दृष्टि से शिक्षकों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, छात्रों और अन्य डेटा उपयोगकर्ताओं के लिए सूक्ष्म स्तरीय जनगणना डेटा आसानी से उपलब्ध कराने की दिशा में एक अभूतपूर्व प्रयास है।
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जनगणना के आँकड़ों के आधार पर, 30,000 से अधिक तालिकाओं और 8,000 पुस्तकों, मानचित्रों, सारांशों और लेखों आदि को रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त के कार्यालय द्वारा संचालित आधिकारिक साइट censusindia.gov.in के माध्यम से कार्य केंद्र पर देखा जा सकता है भारत की।