अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के यूनानी चिकित्सा संकाय के नए स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों ने हाल ही में कैनेडी सभागार में व्हाइट कोट समारोह में भाग लिया। यूनानी चिकित्सा फैकल्टी और जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एएमयू के प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर मुहम्मद गुलरेज़ ने कहा कि ‘स्वास्थ्य सेवा को एक पेशे के रूप में चुनने का मतलब जीवन भर एक पूरी प्रतिबद्धता है क्योंकि इसमें अध्ययन, कड़ी मेहनत, लंबी शिफ्ट और अप्रत्याशित काम के घंटे और वर्षों शामिल हैं।
गेस्ट ऑफ ऑनर मुहम्मद नदीम हुसैन (सीईओ, मार्क एम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड, मुरादाबाद) ने कहा व्हाइट कोट समारोह एक सुंदर परंपरा है जो चिकित्सा नैतिकता सीखने और अभ्यास करने की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है। ‘हिप्पोक्रेटिक शपथ’ लेते हुए यूनानी मेडिसिन संकाय के डीन, प्रोफेसर एफएस शीरानी ने नए छात्रों से रोगियों का उनकी बेहतर क्षमता से इलाज करने, रोगी की गोपनीयता की रक्षा करने, नई पीढ़ी को दवा के फायदों को सिखाने और डॉक्टर की सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करने का आग्रह किया।
अजमल खान तिब्बिया कालिज की प्राचार्य प्रोफेसर शगुफ्ता अलीम ने धन्यवाद दिया। शिक्षक डॉ जमाल अजमत, डॉ फारूक अहमद डार, डॉ अम्मार इब्ने अनवर, डॉ अब्दुल अजीज खान, डॉ दीवान इसरार, डॉ मुहम्मद अनस, डॉ हुमा नूर और जेडीए अधिकारी डॉ नवल-उर-रहमान खान (अध्यक्ष), डॉ. फजलुर रहमान (सचिव) डॉ. सदफ फिरदौस (उपाध्यक्ष), डॉ. सफिया उस्मानी (वित्त सचिव) और डॉ. मोइज़ अहमद (संयुक्त सचिव) को भी सफेद कोट पहनाया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. मुहम्मद अनस, डॉ. फारूक अहमद डार और डॉ. अब्दुल अजीज खान ने किया।
एएमयू इंजीनियरिंग छात्रों को ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट की उपयोगिता के बारे में बताया गया
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के के पूर्व छात्र और इंडियन ऑयल कॉर्पाेरेशन लिमिटेड के ग्रेड ए अधिकारी, अब्दुल्ला अंसारी और नवेद खान ने इंजीनियरिंग छात्रों को संबोधित करते हुए स्नातक पास करने के बाद करियर की संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताया। अब्दुल्ला अंसारी और नवेद खान ने 2020 में एएमयू से बी.टेक (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) पूरा किया तथा इंजीनियरिंग में एप्टीट्यूड टेस्ट (गेट) 2021 में, उन्हें भारतीय स्तर पर क्रमशः 117 और 281 रैंक प्राप्त हुई थी।
उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (आईईईई) की छात्र शाखा द्वारा आयोजित चर्चा में कहा कि गेट के लिए अर्हता प्राप्त करने के बाद, निजी कंपनियों और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों, पीएचडी पाठ्यक्रमों में रोजगार सहित विभिन्न कैरियर के अवसर हैं। इसमें प्रवेश, फेलोशिप कार्यक्रम और विदेश में अध्ययन के अनेक अवसर हैं। उन्होंने कहा कि गेट योग्य उम्मीदवार 200 से अधिक सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं जैसे भेल, इंडियन ऑयल कॉर्पाेरेशन, ओएनजीसी, एनटीपीसी आदि में रोजगार के लिए पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि अच्छे गेट स्कोर वाले उम्मीदवारों को प्रायोजन कार्यक्रम भी मिलते हैं जो उन्हें विभिन्न सरकारी एजेंसियों के साथ काम करने की अनुमति देते हैं। स्पॉन्सरशिप दो साल तक चलती है और शर्त यह है कि उम्मीदवार अपना एम.टेक या एमई पूरा करने के बाद सरकारी एजेंसियों के साथ काम करेंगे। प्रोफेसर सलमान हमीद, अध्यक्ष, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग और प्रो. मुहम्मद रेहान, उपाध्यक्ष, कार्यकारी समिति, आईईईईयूपी अनुभाग ने एएमयू के दोनों पूर्व छात्रों को गेट तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने पर धन्यवाद दिया। महाना महमूद (सचिव, आईईईई छात्र शाखा) ने स्वागत भाषण दिया।