अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आधुनिक भारतीय भाषा विभाग के शिक्षकों और छात्रों ने साहित्य अकादमी और ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता कश्मीरी कवि और लेखक, पद्मश्री प्रोफेसर रहमान राही के निधन पर शोक व्यक्त किया, जिनका गत 9 जनवरी को निधन हो गया था।
उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए एएमयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि प्रो राही के निधन की खबर सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। वह एक महान साहित्यकार थे। जिन्होंने अपना जीवन कश्मीरी भाषा और साहित्य के नए क्षेत्रों की खोज में समर्पित कर दिया था। एएमयू समुदाय की ओर से मैं उनके परिवार और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
शोकसभा को संबोधित करते हुए, विभागाध्यक्ष प्रो. मुश्ताक अहमद ज़रगर ने प्रो. राही के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि प्रोफेसर राही, अपने छात्रों और सहयोगियों में व्यापक रूप से लोकप्रिय थे। वह एक आदर्श शिक्षक, एक महान कवि, आलोचक और कश्मीरी साहित्य के अद्वितीय व्याख्याकार थे। उन्होंने कश्मीरी भाषा और साहित्य में बहुत बड़ा योगदान दिया। वह हमेशा नए विचारों के प्रति ग्रहणशील थे।
उन्होंने कहा कि वह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन सभी के लिए उनकी ईमानदारी और करुणा को हमेशा याद किया जाएगा और उनके द्वारा किया गया कार्य हमेशा मार्गदर्शन करता रहेगा। शोक सभा में विभाग के शिक्षक, रिसर्च स्कॉलर और छात्र-छात्राऐं शामिल हुए।