एएमयू शिक्षक केएएएफ विश्वविद्यालय, घाना में विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्त
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कानून विभाग के प्रोफेसर सैयद अली नवाज जैदी को पश्चिम अफ्रीका के घाना में स्थित केएएएफ यूनिवर्सिटी कॉलेज में विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्त किया गया है।
प्रो. जैदी स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों को व्याख्यान, सेमिनार और कार्यशालाओं के माध्यम से शिक्षण करेंगे। साथ ही उनके शोध कार्यों के लिए मार्गदर्शन और पर्यवेक्षण भी प्रदान करेंगे। वह छात्रों को अकादमिक सलाह देंगे और केएएएफ यूनिवर्सिटी कॉलेज के शिक्षकों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करेंगे।
इस नियुक्ति से एएमयू और केएएएफ यूनिवर्सिटी कॉलेज के बीच सहयोग को बढ़ावा मिलेगा । जिससे ज्ञान और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान में सुविधा होगी। प्रो. जैदी ने कहा कि वह वैश्विक मंच पर एएमयू का प्रतिनिधित्व करके सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
एएमयू के शोधार्थियों द्वारा तुर्किये में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में पेपर प्रस्तुत
अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से जुड़े शोधार्थियों के एक समूह ने इग्दिर विश्वविद्यालय, तुर्किये में आयोजित द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक अनुसंधान कांग्रेस में भाग लिया।
उन्होंने सम्मेलन में तीन शीर्षकों के तहत शोध पत्र भी प्रस्तुत किए, ‘प्राचीन संबंधों को पुनर्जीवित करनाः समकालीन रेशम मार्ग की राजनीति पर सूफीवाद और दाओवाद के प्रभाव का विश्लेषण’, ‘प्राचीन रेशम मार्ग का आर्थिक महत्वः व्यापार मार्गों और उनके प्रभाव का यूरेशियन अर्थव्यवस्थाओं पर तुलनात्मक विश्लेषण’ और ‘मध्य एशिया में धार्मिक कूटनीति और सॉफ्ट पावरः क्षेत्रीय राजनीति में इस्लाम और रूढ़िवादी के प्रभाव की जांच‘ शामिल है।
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भाग लेने वाले शोधार्थियों में सैयदा नदा कादरी, नुवेरा खान, रुखसार खान (इतिहास विभाग), सिम्तन अली खान, शेख सादिक उल्ला हुसैन, उज्मा अफजल, अमीर सोहेल खान (राजनीति विज्ञान विभाग) और मोहम्मद वसीम (पश्चिम एशियाई और उत्तर अफरीकी अध्ययन विभाग) शामिल थे।
राष्ट्रीय सम्मेलन में शोध पत्र प्रस्तुत किए
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जे वारसी ने अपने विभाग के शिक्षकों डॉ नोमान ताहिर और डॉ मेहविश मोहसिन के साथ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में सामाजिक चिकित्सा और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा ‘मानव विज्ञान अनुसंधान और प्रकाशन में नैतिकता’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में शोध पत्र प्रस्तुत किए।
प्रोफेसर वारसी और डॉ. ताहिर द्वारा सह-लिखित पेपर, ‘ए लिंग्विस्टिक फील्डवर्कः सम एथिकल कंसिडरेशन्स’ में उन नैतिक घटकों पर चर्चा की गई है । जिनका भाषाई फील्डवर्क के अभ्यास के साथ एक पारस्परिक संबंध है । इसके दस्तावेजीकरण, संरक्षण की प्रक्रियाओं में इसके मौलिक महत्व और लुप्तप्राय भाषाओं को पुनर्जीवित करने पर प्रकाश डाला गया है।
प्रोफेसर वारसी और डॉ मेहविश मोहसिन द्वारा संयुक्त रूप से प्रस्तुत पेपर, ‘अकादमिक लेखन और प्रकाशन में साहित्यिक चोरी के वर्तमान नैतिक मुद्दे’, अवधारणा और परिभाषा, इसके विविध रूपों, पता लगाने के तरीकों, रोकथाम के लिए रणनीतियों, नैतिक निहितार्थ और अंतर्निहित कारकों पर केंद्रित है।
एएमयू स्टाफ से एक अक्टूबर को स्वच्छता अभियान में भाग लेने का आग्रह किया
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय द्वारा महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा घोषित अभियान ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान 2023 – एक तारीख, एक घंटा’ के तहत 1 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा।
विश्वविद्यालय ने उपरोक्त तिथि और समय पर व्यापक स्वच्छता अभियान के लिए सात स्थान निर्धारित किए हैं और विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और छात्रों से बड़ी संख्या में स्वच्छता अभियान में भाग लेने का आग्रह किया है।
वीडियो न्यूज़ :- https://youtu.be/tjgkZeev2ao?si=kQqZoiEHF0-VAuCF
इस उद्देश्य के लिए निर्धारित स्थलों में इंदिरा गांधी हॉल के पास स्लम क्षेत्र, तिब्बिया कॉलेज में नियंत्रक कार्यालय न्यू ब्लॉक, साइकिल स्टैंड एस.टी.एस., दृष्टिबाधितों के अहमदी स्कूल का छात्रावास, मेडिकल रोड, सामाजिक कार्य विभाग द्वारा गोद लिया गया मिर्जापुर गांव और सीडीओ कॉम्प्लेक्स में अलीगढ़ पब्लिक स्कूल शामिल हैं।