अलीगढ़ में गन्ना किसान सर्द रातों में सड़क पर
उत्तरप्रदेश के जिला अलीगढ़ में पिछले सत्र की तरह यह सत्र भी गन्ना किसानों के लिए कड़वा साबित हो रहा है। कई दिनों से सर्द रातों में ठंण्ड़ से सुकड़ते किसान गन्ना मिल के बंद होने से सकते में है। मिल न तो गन्ना ले रहा है न ही स्थानातंरण कर रहा है। जिससे गन्ना किसानों में रोष व्याप्त है। इस सत्र में गन्ना की फसल भले ही अच्छी हुई है, लेकिन मिल की तरफ से उसे झटका लगा है।
गन्ना मिल के लगातार न चल पाने का असर गन्ना खरीद पर भी पड़ रहा है। जिसको लेकर सात दिनों से सड़क पर खड़े गन्ना किसानों ने जमकर हंगामा किया। मिल की चार नंबर क्वार्ड़ की बॉड़ी में दिक्कत के चलते मिल सात दिन से बंद पड़ी हुई थी। जब यह कमी दूर हुई तो ऑपरेटर के अभाव में मिल बंद पड़ी हुुई हैै। बताया जा रहा हैै महाप्रबंधक किसानों को समझा कर ऑॅपरेटर की व्यवस्था करने खुद गए हुए है।
जानकारी के अनुसार, इस बार सात लाख कुंतल गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा गया है जो कि पिछली बार सेे 5 लाख कुंतल कम हैै। इस मिल का क्षेत्रफल 8.800 हेक्टेयर क्षेत्र है जिसमें 65 लाख 97 हजार 840 कुंतल गन्ना उत्पादन का अनुमान है। मिल कोे शुरू करने में अब तक आठ लाख का बेगास खा चुकीं मिल। छः हजार कुंतल गन्ने की पेराई हो चुकी हैै जबकि चीनी अभी तक नहीं बन पाई। सोलह दिसंबर से 12 हजार किसानों की पर्चीयां काटी जा चुकी है। इस मामले में साथा चीनी मिल के महाप्रबंधक राम शंकर ने फोन नही उठाया।