उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब मामले में चार्जशीट लगाने के बाद पुलिस अब आरोपियो पर अब ठोस कार्रवाई करने में जुट गई है। पुलिस ने थाना खैर, पिसावा व जवां में चार्जशीट किए गए 27 आरोपियो के खिलाफ गैंगस्टर के तीन मुकदमे दर्ज किए। इनमें चार शराब माफिया, पांच-पांच तस्कर व सेल्समैन, चार ठेका संचालक व दो फैक्ट्री मालिक शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, बीती 28 मई को जिले में जहरीली शराब ने जिले में तांडव मचाना शुरू किया था। इससे जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में सवा सौ से ज्यादा लोगों को मौते हो गई। इस पूरे मामले की निगरानी शासन व डीजीपी स्तर से हो रही है। मामले में अब तक 29 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। जिनमें 82 आरोपि पकड़े गए हैं। वहीं 13 मुकदमों में चार्जशीट लग चुकी है। वहीं पुलिस ने अब 27 आरोपियो के खिलाफ गैंगस्टर के तीन मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें शराब माफिया अनिल चौधरी, ऋषि शर्मा, मुनीश शर्मा, हरियाणा के फरीदाबाद का मदन गोपाल, तस्कर मैनपुरी निवासी विपिन यादव, हाथरस निवासी शिव कुमार, कुनाल, कपिल, आकाश, ठेका संचालक दिगपाल सिंह, विक्रम, कपिल देव, राजेंद्र पाल, फैक्ट्री मालिक विजेंद्र कपूर, गंगाराम, सेल्समैन नरेंद्र, मनोज शर्मा, धमेंद्र उर्फ मोनू, रामखिलोनी, अर्जुन व इनके सहयोगी पवन उर्फ पिंटू, प्रमोद गुप्ता, राजकुमार, सुमित शर्मा, रवि, सतीश उर्फ खुराना, व अजय शामिल हैं।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि शराब
कांड में एक माह के अंदर सभी मुख्य माफिया व आरोपित पकड़े गए हैं। वहीं अब थाना खैर, पिसावा व जवां में चार्जशीट किए गए 27 आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है। आगे संपत्ति जब्तीकरण पर काम होगा। दूसरी तरफ अब तक 13 मुकदमों में 77 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जा चुकी है। इनके अलावा आरोपितों की 120 करोड़ रुपये की संपत्ति चिह्नित की गई है। 42 बैंक खातों को फ्रीज किया गया है, जिनमें एक करोड़ 10 लाख रुपये होने का अनुमान है।