UP के जिला अलीगढ़ के थाना छर्रा इलाके के गांव सिरसा में नलकूप पर सो रहे किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। परिजनों ने प्लाट के विवाद में हत्या करने का आरोप लगाया है। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम व डाग स्क्वाड ने भी साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम लिए भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक, गांव सिरसा निवासी 70 वर्षीय अड़ीचंद्र पांच भाइयों में चौथे नंबर के व अविवाहित थे। वे छोटे भाई महेंद्र सिंह के साथ रहते थे। रात में घर से खाना खाकर वे अपने नलकूप पर सोने जाते थे। परिजनों के अनुसार सोमवार रात भी नलकूप पर सोने गए। मंगलवार की सुबह घर नहीं पहुंचे तो भतीजा अनिल कुमार चाय लेकर पहुंचा। वहां उसने देखा कि कोठरी में चारपाई पर अड़ीचंद्र का शव पड़ा है। पेट में दो गोलियां लगी थीं। अनिल के शोर मचाने पर पड़ोसी किसान व ग्रामीण भारी संख्या में एकत्र हो गए।
हत्या की खबर पर सीओ बरला सुमन कनौजिया, इंस्पेक्टर छर्रा प्रमोद मलिक पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों से जानकारी ली। सर्विलांस टीम की भी इस मामले में मदद ली जा रही है। महेंद्र सिंह ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, पुलिस के सामने ही अड़ीचंद्र के परिवार की महिलाओं ने आरोप लगाया कि गांव में उनका प्लाट है। इसको लेकर भाई से विवाद चल रहा था। दो महीने पहले भी प्लाट की नींव भरवाने के बीच विवाद हुआ था। जिसमें अड़ीचंद्र के साथ मारपीट भी कर दी गई थी।
अड़ीचंद्र के बड़े भाई राजेंद्र सिंह की पहले ही मौत हो चुकी है। एक भाई हरपाल सिंह अलग रहते हैं। अड़ीचंद्र छोटे भाई महेंद्र के साथ रहते थे। अड़ीचंद्र के नाम पर 13 बीघा जमीन थी। जिसमें से चार बीघा जमीन अपने भाई को बेच चुके थे। नौ बीघा जमीन को छह साल पहले भाई महेंद्र की पत्नी शीला के नाम कर चुके थे। हत्या में पुलिस घरेलू विवाद के साथ विभिन्न बिदुओं पर जांच कर रही है। हत्या में कोई करीबी शामिल हो सकता है। क्योंकि रात में बुजुर्ग नलकूप की कोठरी का दरवाजा बंद कर सोते थे। फिर रात में किसने दरवाजा खुलवाया? यह पुलिस की जांच का विषय है। आशंका है कि हत्यारे बुजुर्ग की मौत की पुष्टि होने के बाद ही वहां से गए थे।
इधर, सीओ बरला सुमन कनौजिया ने बताया कि बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या हुई है। हत्या के पीछे का कारण पता किया जा रहा है। प्लाट को लेकर घरेलू विवाद होने की भी जानकारी मिली है। पुलिस जांच में जुटी है।