उत्तरप्रदेश के जिला के थाना क्वार्सी इलाके छर्रा अड्डा पुल के पास से 4 साल के मासूम बच्चे का अपहरण करने के मामले में खरीदार आरोपी अक्षय की तलाश जारी है। पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि युवक को जानकारी थी कि बच्चा चोरी का है। सर्विलांस व स्वाट टीमें उसकी तलाश में लगी हुई हैं। वहीं महिला समेत तीनों आरोपियो को जेल भेज दिया है।
सोमवार को हुआ बच्चे का अपहरण !
सोमवार की सुबह छर्रा अड्डा पुल के पास से बिहार के जनपद भागलपुर के गांव तमौनी बिसनपुर के रहने वाला बबलू के चार साल के बेटे भोला का अपहरण हुआ था। बबलू झुग्गियों में परिवार के साथ रहता हैं। बाइक सवार दो आरोपी मासूम भोला को कन्या-लांगुरा पूजन में खाना खिलाने की बात कहकर ले गए थे।
इधर, मामले में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने आपरेशन खुशी के तहत एसपी सिटी, सीओ तृतीय के नेतृत्व में पुलिस टीम को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगाया था। जांच के दौरान पुलिस ने सबसे पहले बाइक का नंबर ट्रेस हुआ। इसी बीच आरोपी सनी की भी पहचान हो गई। पता चला कि बाबरी मंडी में बच्चा बेच गया हैं। पुलिस ने यहां दबिश दी तो कोई नहीं मिला। इसी घेराबंदी के डर से आरोपी बच्चे को घटनास्थल पर ही छोड़ने जा रहे थे, तभी दबोचे लिया। पुलिस पूछताछ में सासनीगेट के गंभीरपुरा निवासी सनी व प्रिंस बताया। सनी ने अपनी दाढ़ी व बच्चे के बाल भी कटवा दिए थे। इधर, पुलिस ने बच्चा खरीदने वाली महिला सोनिया को भी गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी महिला सोनिया ने बेटे की जताई थी इच्छा !
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सोनिया को लंबे समय से बेटे की इच्छा थी। इसके लिए सनी ने उसे बेटा लाने का वादा किया था। जिसके लिए 20 हजार रुपये में सौदा तय हुआ था। आरोपियों ने अपहरण के बाद भोला के बाल कटवाए और सोनिया के घर उसे छोड़ आए। यहां बच्चे को नहलाया गया था। वहीं, चार घंटे बाद बच्चे को लौटाना पड़ा। इंस्पेक्टर क्वार्सी विजय सिंह ने बताया कि सोनिया के पति अक्षय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगी हैं। जल्द ही उसको भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।