अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की महिला प्रोफेसर से 10 लाख रुपए की चौथ मांगने और रुपए न देने पर जान से मारने की धमकी देने वाले तीन आरोपीयों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और दो आरोपी फरार हैं। आरोपियों ने महिला प्रोफेसर की कार पर धमकी भरा लिफाफा रखकर 10 लाख रुपए की मांग की थी। साथ ही लिफाफे में केकारतूस तीन खोखे रखे थे। धमकी दी थी कि अगर उन्होंने रुपए न दिए तो उनके परिवार के सभी सदस्यों की हत्या कर देंगे। जिसके बाद प्रोफेसर ने क्वार्सी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
जानकारी के मुताबिक, क्वार्सी थाना क्षेत्र के अनूपशहर रोड स्थित सागर हाउसिंग कॉम्प्लेक्स निवासी डॉक्टर शगुफ्ता मुईन एएमयू में कंप्यूटर साइंस विभाग की प्रोफेसर हैं। उनके पति नवेद मुख्तार ने तहरीर देकर बताया था कि मंगलवार शाम को जब वह अपने परिवार के साथ बाहर निकले तो उनकी कार के बोनट पर एक लिफाफा रखा था। लिफाफे में उनका नाम लिखा होने के कारण उन्होंने जब उसे खोलकर देखा तो उसमें धमकी भरा पत्र और तीन कारतूस के खोखे रखे थे। उनसे 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी।
महिला प्रोफेसर की शिकायत के बाद थाना क्वार्सी व सर्विलांस टीम ने संयुक्त रूप से मामले की छानबीन शुरू की। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से बाइक, मोबाइल फोन, तमंचा व कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि पकड़ा गया एक आरोपी महिला प्रोफेसर का रिश्तेदार है और उसने साथियों संग मिलकर घटना की थी।
इधर, पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया आरोपी दानिश पुत्र सरसैय्यद राहत अली निवासी चन्दन शहीद रोड ऊपर कोट महिला प्रोफेसर का भांजा है। उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि डॉ शगुफ्ता मुईन उसकी रिश्तेदारी में मौसी है। आर्थिक परेशानियों के चलते उसने अपनी मौसी से कई बार रुपए मांगे थे, लेकिन उन्होंने हर बार मना कर दिया। कुछ माह पूर्व उसका पुत्र बीमार हो गया था। उसने तब भी मदद मांगी, लेकिन प्रोफेसर ने मना कर दिया। जिसके बाद उसने फिरौती मांगने की योजना बनाई। उसने अन्जेब पुत्र अकील रहमान, दीपक पुत्र दिलीप तिवारी, नवेद पुत्र मो. शकील और अदनान पुत्र अलीम के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।
दीपक ने घटना के लिये एक फर्जी आईडी जो कि एक अन्य सुनील कुमार गुप्ता का सिम नंबर – 7618372659 रंगदारी मागने के लिए दानिश को उपलब्ध कराया। वहीं फरार आरोपी अदनान ने आवाज बदलकर लगातार पीड़ित को फोन कर 10 लाख रूपये की धौंस मांगी थी। पुलिस ने दानिश, अन्जेब और दीपक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं नावेद और अदनान अभी फरार हैं। इनकी तलाश में पुलिस टीम जुटी है।
वहीं, एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुणावत ने बताया कि तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी दोनों आरोपियों की तलाश में पुलिस द्वारा दबिश दी जा रही है और जल्दी ही वह पुलिस की गिरफ्त में होंगे। उन्होंने बताया कि आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में क्वार्सी इंस्पेक्टर विजय सिंह, सर्विलांस प्रभारी संजीव कुमार, सर्विलांस प्रभारी नगर क्षेत्र संदीप कुमार, एसआई विनोद कुमार, हेड कांस्टेबल अजीत कुमार, कांस्टेबल प्रमोद कुमार और सौरभ शामिल रहे।