उत्तरप्रदेश के जिला अलीगढ़ में विगत वर्ष डेंगू के प्रकोप को देखते हुए वर्तमान में डेंगू एवं मलेरिया की रोकथाम हेतु नगरीय स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नगर पालिका, नगरिया मलेरिया इकाई हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन जिला मलखान सिंह चिकित्सालय के सभागार में किया गया।
प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए जिला मलेरिया अधिकारी डॉ राहुल कुलश्रेष्ठ ने सभी कार्यकर्ताओं को मलेरिया एवं डेंगू से बचाव हेतु किए जाने वाले कार्यो की जानकारी दी गई । आगरा से आई एंटोंमोलॉजिस्ट श्रीमती मीना राजपूत द्वारा उपस्थित कार्यकर्ताओं को मच्छर के जीवन चक्र, नर और मादा की पहचान, एवं नमी वाले क्षेत्रों से मच्छर को पकड़ कर दिखाया गया। घर-घर खोजे जाने वाले लारवा, कंटेनर में पाए जाने वाले लारवा के सूचकांक से डेंगू एवं मलेरिया की संवेदनशीलता का आकलन करने का तरीका भी बताया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नीरज त्यागी ने कार्यकर्ताओं से ट्रेनिंग लेने के पश्चात उक्त ट्रेनिंग को संबंधित क्षेत्र की आशाओं एवं अन्य लोगों को रोस्टर के अनुसार देने का माइक्रो प्लान बनाने हेतु निर्देशित किया गया।
इस अवसर पर जिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ईश्वर देवी बत्रा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीबीडी डॉ खानचद, सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता, मलेरिया निरीक्षक श्रीमती उमा, श्री मोनू, डॉक्टर मनाज़िर सत्येंद्र, अजय, मदन, भानु भी उपस्थित थे। इसके पश्चात आगरा से आई टीम द्वारा नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के संवेदनशील स्थानों का भी निरीक्षण किया गया।
उधर, एडी हेल्थ डॉ. वीके सिंह की अध्यक्षता में आयुष्मान भारत एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कार्यक्रम से संबंधित नोडल अधिकारी व संयुक्त निदेशक एवं अन्य उपस्थित हुए।
आयुष्मान भारत की समीक्षा करते हुए अपर निदेशक डॉ वीके सिंह ने कासगंज जिले की राज्य स्तर में रैंक 8, हाथरस जिले की रैंक 4 पर नोडल अधिकारी को बधाई दी। इसके साथ ही एटा व अलीगढ़ जिले की खराब प्रगति क्रमशः 43 और 44 पर नाराजगी व्यक्त की। अपर निदेशक डॉ वीके सिंह ने प्रतिदिन समीक्षा हेतु बैठक आयोजित करने और ब्लाक स्तर पर आयुष्मान लाभार्थियों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
एडी हेल्थ ने आयुष्मान पखवाड़ा में जनपद अलीगढ़, एटा एवं कासगंज की प्रगति बढ़ने पर जोर दिया। आयुष्मान कार्यक्रम से शिकायतों से संबंधित रजिस्टर पर शिकायतों को अंकित कराएं एवं निस्तारित करें। आयुष्मान योजना के अंतर्गत सभी राजकीय स्वास्थ्य इकाईयों पर उस इकाई मे दिए जा सकने वाले पैकेज की जानकारी फ्लेक्स के माध्यम से प्रदर्शित करे।
डॉ वीके सिंह ने परिवार कल्याण कार्यक्रम में प्रगति हेतु निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद आगामी माह में एक मेगा नसबंदी कैम्प आयोजित करें। जिसमें कम से कम 200 केस किए जाने के संबंध में निर्देश दिए गए। इसके अलावा उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन काउंसलर के कार्यों की समीक्षा की जाए तथा काउंसलर के माध्यम से आशाओं को लाभार्थियों को मोटिवेट कराने का प्रशिक्षण भी दिया जाए।
डॉ सिंह ने कहा- कि सभी सत्रों पर परिवार कल्याण की सामग्री व अन्य लॉजिस्टिक उपलब्ध होने चाहिए। तथा “एफपीएलएमआईएस” व “वीएचएनडी” पोर्टल पर सभी इकाईयां एवं अधिकारी रजिस्टर व डाटा समय पर होना चाहिए। प्रत्येक कैंप व सत्रों की प्रभावी मॉनिटरिंग होनी चाहिए और सभी आशाओं का लक्ष्य दंपत्ति का डाटा अपडेट होना चाहिए।