अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आधुनिक भारतीय भाषा विभाग के कार्यवाहक अध्यक्ष प्रो. नुजुम ए की नई पुस्तक ‘‘ वत्तौम चथोरम ’’ (अजन्ता पब्लिकेशन) का एक विशेष कार्यक्रम में विमोचन किया गया। मलयालम भाषा की इस पुस्तक में प्रकृति के साथ मनुष्य के सम्बन्ध और संतुलित व्यवहार के विषय में महिलाओं के शासन की भूमिका की व्याख्या की गई है।
प्रोफेसर नुजुम ने कहा कि यह पुस्तक बताती है कि कैसे पूर्व-ऐतिहासिक सांस्कृतिक मूल्यों और दृष्टिकोणों ने नारीवादी परिप्रेक्ष्य को आकार दिया जिसमें वर्तमान युग के संकटों और चुनौतियों से निपटने की शक्ति है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि यह पुस्तक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक अध्ययनों के माध्यम से समकालीन मुद्दों का विश्लेषण करने में सहायक होगी और प्रकृति, लिंग और सामूहिक ज्ञान को जोड़ने वाले शोध के लिए एक संदर्भ के रूप में काम करेगी।
विमोचन समारोह में बोलते हुए, प्रो. एस. इम्तियाज हसनैन (डीन, कला संकाय) ने कहा प्रोफेसर नुजुम की पुस्तक एक नव-पर्यावरणीय संदर्भ में प्रकृति और मानवता के बीच बातचीत और आदान-प्रदान का एक मूल विश्लेषण प्रस्तुत करती है। उन्होंने राष्ट्रीय एकता के लिए आधुनिक भारतीय भाषाओं के महत्व पर भी चर्चा की।
उत्तर-आधुनिकतावादी मलयालम कवि एस. जोसेफ ने कहा कि वत्तौम चथोरम नारीवाद, लोककथाओं, कला, साहित्य, इतिहास, संस्कृति, महिला अध्ययन, सौंदर्यशास्त्र, आदिवासीवाद और पूंजीवादी वैश्वीकरण जैसे विषयों पर नई समझ के द्वार खोलता है । प्रोफेसर नौशाद पीएम (पुस्तकालय विज्ञान विभाग), डॉ. अमीना खातून (बंगाली अनुभाग, आधुनिक भारतीय भाषा विभाग), डॉ. ताहिर एच. पठान (मराठी अनुभाग), डॉ. तमल सैलून (तमिल अनुभाग) और डॉ. कासिम पठान (तेलुगु अनुभाग) ने भी पुस्तक के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए। यूनुस टीपी ने आभार व्यक्त किया।
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यूनिवर्सिटी पालीटेक्निक में ओरियंटेशन कार्यक्रम
एएमयू के यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल और यूनिवर्सिटी के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिस (टीपीओ-जनरल) ने संयुक्त रूप से डिप्लोमा इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय पॉलिटेक्निक के प्राचार्य प्रो. अरशद उमर ने अपने परिचयात्मक भाषण में छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने करियर को बेहतर बनाने के लिए पॉलिटेक्निक में उपलब्ध सुविधाओं का उपयोग करें। उन्होंने शिक्षण स्टाफ और छात्रों के लिए निर्बाध ऑफ़लाइन मोड कक्षाओं के प्रारंभ होने का स्वागत किया और अभिविन्यास कार्यक्रम पर खुशी व्यक्त की और कहा कि भविष्य में पॉलिटेक्निक छात्रों के लाभ के लिए और अधिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
डॉ मुहम्मद फैसल खान, टीपीओ (विश्वविद्यालय पॉलिटेक्निक) ने टीपीओ सेल के उद्देश्यों और इसकी हाल की उपलब्धता को रेखांकित किया। उन्होंने छात्रों को रोजगार और प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करने के लिए उपयोग किए जाने वाले संसाधनों और विधियों पर प्रकाश डाला।
टीपीओ (सामान्य) साद हमीद ने डिप्लोमा छात्रों के लिए उपलब्ध नौकरी के अवसरों पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के पूर्व छात्रों की सराहना की। सैयदा फहीम (प्रभारी, अनुप्रयुक्त विज्ञान अनुभाग, यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक) ने कार्यक्रम का संचालन किया जबकि सहायक टीपीओ मुहम्मद नवेद कुरैशी ने उपस्थितजनों का धन्यवाद किया।