यूपी के जिला अलीगढ़ का सीएमओ ऑफिस भ्र्ष्टाचार का अड्डा बन गया है। यहां बिना पैसे के कोई काम नही होता। इससे सीएमओ की कार्यशैली सवालों के घेरे में खड़ी हो गई है। आरोप है पीड़ित को ऑफिस से धक्का देकर भगा दिया। एक महीने से ट्रेनिंग की परमिशन के लिए स्टूडेंट सीएमओ ऑफिस के चक्कर लगा रही है। इसकी जानकारी होने पर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन भानु के पदाधिकारियों ने सीएमओ का घेराव कर दिया। उन्होंने सीएमओ को 24 घण्टे का अल्टीमेटम दिया है।
भारतीय किसान यूनियन भानु के पदाधिकारियों को संजय कुमार ने बताया कि सीएमओ ऑफिस में उनकी बेटी सुरभि चौधरी ने इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया। लेकिन 1 महीने से परेशान होने के बाद भी परमीशन नही दी। 5 हजार रुपये रिश्वत की मांग की जा रही है । इस सूचना पर प्रदेश महासचिव डॉ शैलेंद्र पाल सिंह पदाधिकारियो के साथ सीएमओ का घेराव कर दिया। जमकर ख़रीखोटी सुनाई।
भुवनेश्वर सिंह ने बताया की पूजा यादव नाम की कर्मचारी 5 हजार रुपये रिश्वत लेकर इंटर्नशिप की परमिशन देने को तैयार है। जिसकी शिकायत सीएमओ से की तो ऑफिस से धक्के मार कर के निकाल दिया ।
लता अग्रवाल ने कहा कि कार्यालय की तालाबंदी करके जांच कराई जाए की तो यहां लाखो रुपये मिलेंगे। क्योकि प्रत्येक पटल पर पैसे की मांग की जाती है । बिना रुपये के किसी गरीब का काम नही होता है । नहीं कोई सुनवाई होती है।
राकेश ठाकुर ने कहा की प्रशासनिक अधिकारियों को बदनाम करते हुए सीएमओ मनमानी कर रहे हैं । न विधायकों की सुन रहे और नहीं किसी अन्य की । पोस्टिंग, ट्रांसफर और प्राइवेट हॉस्पिटल के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है । सीएमओ को बर्खास्त करते हुए भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए।
दीपक ठाकुर ने कहा गभाना स्वास्थ्य केंद्र पर शाम के समय या रात में कोई डॉक्टर नहीं रहता । ना ही कोई चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहती है। जिसकी शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं होती। प्रदेश उपाध्यक्ष जैकी ठाकुर ने कहा की सीएमओ ने नियम विरुद्ध अयोग्य लोगों को अपने कार्यालय में बिठा रखा है । जोकि 5 बजे के बाद भी उघाई करते हैं।
नेमसिंह सोलंकी ने बताया सीएमओ ने 24 घंटे का समय मांगा है। यदि स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार बन्द नही हुआ तो भारतीय किसान यूनियन भानु तालाबंदी करते हुए आंदोलन करेगी । इसकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री के साथ प्रशासन से की जाएगी। इस दौरान नरेंद्र सिंह, संदीप चौहान, बंटी ठाकुर, गवेन्द्र सिंह, डॉक्टर यूनुस, विकास कुमार लोधी, चंद्रशेखर राघव सहित दर्जनों पदाधिकारी मौजूद रहे।