अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने हिंसा, गुंडागर्दी और अशांति के दोषी पाए जाने वाले छात्रों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की घोषणा की है।
एएमयू यूनिवर्सिटी प्राक्टर प्रोफेसर मुहम्मद वसीम अली ने कहा कि ‘यूनिवर्सिटी सुचारू रूप से चल रही है, पहले सेमेस्टर की कक्षाएं जोर-शोर से चल रही हैं और तीसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं हो रही हैं। शांतिपूर्ण माहौल में किसी को बाधा डालने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
हाल ही में एक आवास हाल में बैडमिंटन कोर्ट पर हुए विवाद में, कुछ छात्रों में झगड़ा हो गया था हाल के वार्डन और अन्य अधिकारियों ने तत्काल वहां पहुंच कर मामले को सुलझाने की कोशिश की। विश्वविद्यालय ने मामले की जांच के लिए एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन भी कर दिया है।
प्राक्टर ने कहा कि ‘हिंसा की गतिविधियों को रोकना विश्वविद्यालय की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।‘ शारीरिक हमले न केवल पीड़ितों को नुकसान पहुँचाते हैं, बल्कि उनके मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। हम आश्वासन देते हैं कि तथ्यों और परिस्थितियों का पता लगाने के लिए प्रभावी और समयबद्ध जांच की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन निर्धारित नियमों का पालन करते हुए सभी छात्रों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रोफ़ेसर वसीम अली के अनुसार, “कुछ हफ़्ते पहले जब दो छात्रों के बीच हुए झगड़े में एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया था, तो हमलावर की पहचान कर उसे निलंबित कर दिया गया था। आरोपी को भी पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया था और स्थानीय पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई।