यूपी के जिला अलीगढ़ की साथा चीनी मिल संघर्ष मोर्चा के किसानों ने साथा चीनी मिल पर एक आवश्यक बैठक की । जिसकी अध्यक्षता पृथ्वी सिंह ने की ।
बैठक में डॉक्टर शैलेंद्र पाल सिंह ने कहा कि आज से उत्तर प्रदेश सरकार का बजट सत्र शुरू हुआ है । अलीगढ़ के सभी जनप्रतिनिधियों के सामने चीनी मिल की समस्या को पिछले 5 वर्ष से स्थानीय किसान समय-समय पर उठाता रहा है । क्योंकि गन्ने की फसल ही एकमात्र किसान की समृद्धि के लिए आवश्यक है एवं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चिन्ता कि किसानों की आय दो गुनी करने की सोच को नई चीनी मिल स्थापित कर के ही किया जा सकता है ।
अजीत सिंह ने कहा कि यदि साथा में नई चीनी मिल की स्थापना के लिए धन आवंटित नहीं किया गया। 2024 में किसान भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं देगा ।
प्रमेंद्र राना ने कहा कि यदि नई चीनी मिल के लिए बजट स्वीकृत नही होता है तो 23 फरवरी को जोरदार स्वागत भी होगा नही होगा। रोड पर लड़ाई लड़ने की रणनीति बनाई जाएगी। बलवीर सिंह ने कहा कि अलीगढ़ की साथा चीनी मिल के बंद होने से किसानों को बड़ी समस्या से जूझना पड़ रहा है। कड़कड़ाती ठंड में गन्ना डालने गए किसान की मृत्यु हो गई । पर्ची कम मिलने के कारण किसान का लेबर खर्च बहुत बढ़ गया है ।
बैठक में रोबी ठाकुर, कुसुम सिंह, देवराज सिंह, बलवीर सिंह, अजीत पाल सिंह, पृथ्वी सिंह, ओमवीर सिंह कुशवाह, विकास राजपूत, कौशल ठाकुर, अनिल कुमार सिंह, प्रमोद कुमार सिंह, हरेंद्र पाल सिंह, अजीत सिंह, ब्रजेश पाल सिंह आदि सहित दर्जनों किसान मौजूद रहे।