अलीगढ़ : भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश महासचिव डॉ शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में कल वैसालीपुरम अगवा किए दो छात्रों और उनके परिजन मंगलवार को सीओ द्वितीय पुनीत दुबेदी से मिले। अपहरण की सूचना मिलने पर भी चौकी प्रभारी एवम बन्नादेवी कोतवाली पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न करने पर सवाल उठाए । आरोप है पुलिसकर्मियो की कार्यशैली के चलते क्षेत्र में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। उधर, आरोपियों से खुद पूछताछ करने की बात पर एसपी सिटी और पदाधिकारियों में बहस हो गई।
विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि उनके बेटे ने सोमवार को चलते टेम्पो से कूद कर अपनी जान बचाई, जब मैं अपनी बच्चे को लेकर चौकी पहुंचा । चौकी पर कोई भी नहीं मिला । चौकी इंचार्ज संजीव कुमार को सीयूजी नंबर पर तीन बार फोन किया, फोन नहीं उठाया। उसके पश्चात बन्नादेवी थाना पहुंचकर पुलिस को पूरी घटना बताई। आरोप है कि पुलिस वालों ने बच्चे को साइकिल से जाने या परिजनों द्वारा कोचिंग तक छोड़ने की राय दे डाली। इतनी बड़ी घटना को दरोगा और पुलिसकर्मियों ने नजरअंदाज कर दिया। कोई कार्यवाही पुलिस ने नही की।
हेमंत कुमार ने बताया कि उनका बेटा आरोपी के हाथ पर काटकर भागा और उनके पास पहुंचा। इसके बाद चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मी को शिकायत पत्र दिया। जिसको पुलिसकर्मी ने पढ़ा भी नही। बल्कि डायरी में रख कर चले जाने को कह दिया । उसके बाद घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से टेंपो चालक का पता लगाया । उसे पकड़ने के बाद भी घण्टो तक पुलिस नहीं पहुंची । इस पर सीओ ने आश्वासन दिया कि पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच करके सख्त कार्यवाही की जाएगी ।
इधर, मामले में छात्रों के परिजन व एसपी सिटी कुलदीप गुनावत के पास पहुंचे और पूरी घटना बताई। उन्होंने एसपी सिटी से अपहरण का उद्देश्य पूछा । तो उन्होंने बताया कि मोबाइल लूटने के उद्देश्य से अपहरण किया था । लेकिन इस पर परिवार संतुष्ट नहीं हुआ । उन्होंने स्वयं पूछताछ करने की बात पर किसान यूनियन के पदाधिकारी एवं एसपी सिटी के बीच बहस हो गई । जिसके बाद पीड़ित पक्ष और अन्य शिकायती पत्र दिए बिना ही ऑफिस से बाहर आ गएब।
शैलेंद्र सिंह जादौन ने पुलिस कर्मियों की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में बढ़ रही घटनाओं के लिए बन्नादेवी पुलिस को दोषी है। क्योंकि चौकी इंचार्ज कई बार शिकायत करने के बावजूद उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई । डॉक्टर शैलेंद्र पाल सिंह ने बताया कि बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल एसएसपी से मिलकर न्याय की गुहार लाएगा। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य जगजीत सिंह फौजी, सुनील सिंह, सूरज राघव, मुकेश रावल सहित दर्जनों पदाधिकारी मौजूद रहे।