एएमयू गर्ल्स स्कूल में जी-20 थीम के तहत वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एएमयू गर्ल्स स्कूल द्वारा कक्षा छठी से आठवीं तक के छात्रों के लिए जी20 प्रेसीडेंसी समारोह से सम्बंधित कार्यक्रमों के अंतर्गत ‘इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर अत्यधिक निर्भरता से इनेट क्रिएटिविटी ऑफ टीनएजर्स प्रभावित हो रही है’ विषय पर अंतर-विद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसमें इनाया फिरदौस (कक्षा आठ, एएमयू गर्ल्स स्कूल) ने प्रथम पुरस्कार जीता जबकि अमीना हसन (कक्षा सात, एएमयू गल्र्स) और अदीबा (कक्षा आठ, एबीके गर्ल्स हाई स्कूल) ने क्रमशः दूसरा और तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया। भारती यादव (कक्षा आठ, एएसवीसी) को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. मो. जहांगीर वारसी, अध्यक्ष, भाषाविज्ञान विभाग ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता पर्यावरण के सन्दर्भ में जीवन शैली पर प्रभाव डालेगी, जिसमें व्यक्तिगत और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ और जिम्मेदार विकल्पों पर जोर दिया जाएगा। यह एक स्वच्छ, हरा-भरा और नीला भविष्य प्राप्त करने में मदद करेगा। मानद अतिथि प्रो. शाइस्ता अफरोज, उपनिदेशक स्कूल शिक्षा निदेशालय ने प्रतियोगिता में छात्रों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की और उनसे जीवन में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया।
इससे पूर्व आमना मलिक, प्रिंसिपल, एएमयूजीएस ने अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए। उन्होंने कहा कि भारतीय अध्यक्षता के तहत जी20 शिखर सम्मेलन ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ विषय पर केंद्रित होगा। प्रो. आयशा मुनीरा रशीद, अंग्रेजी विभाग और डॉ. फराह फिरदौस, विमेंस कॉलेज ने प्रतियोगिता को जज किया। कार्यक्रम का संचालन अलवीरा हसन और लिपि लावण्या भारद्वाज ने किया।
अजमल खां तिब्बिया कालिज में संयुक्त रूप से ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज द्वारा आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत विभिन्न विभागों में नए भर्ती हुए एमडी एवं एमएस छात्रों के लिए 15 दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम शुरू किया गया है। ओरिएंटेशन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए, मुख्य अतिथि, विमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल, प्रो. नईमा खातून ने छात्रों को इस ऐतिहासिक संस्थान में प्रवेश लेने पर बधाई दी। उन्होंने एक लोकप्रिय औषधीय शाखा के रूप में यूनानी चिकित्सा के महत्व को रेखांकित किया और छात्रों से कड़ी मेहनत और ईमानदारी के साथ ज्ञान के संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि अजमल खान तिब्बिया कॉलेज का भारत के अन्य यूनानी तिब्बिया कॉलेजों के बीच एक विशिष्ट स्थान है और मुझे उम्मीद है कि यहाँ के छात्र कॉलेज की शानदार परंपरा को आगे बढ़ाएंगे और संस्था को गौरवान्वित करेंगे। मानद अतिथि, प्रो. असदुल्लाह खान, इंटरडिसिप्लिनरी बायोटेक्नोलॉजी यूनिट ने कॉलेज के प्रदर्शन की सराहना की और छात्रों को यूनानी चिकित्सा के क्षेत्र में, विशेष रूप से प्रायोगिक, शारीरिक और तुलनात्मक अनुसंधान में रचनात्मकता और नवीनता विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया।मेडिसिन फैकल्टी की डीन, प्रो. शगुफ्ता अलीम ने अतिथियों का स्वागत किया और नव प्रवेशित छात्रों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कालिज के सर्वांगीण विकास का श्रेय कॉलेज के संस्थापक प्राचार्य डॉ. अताउल्लाह बट को जाता है।
अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर बदरुद्दुजा खान ने संक्षेप में कॉलेज के ऐतिहासिक विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इसके सर्वांगीण विकास का श्रेय कॉलेज के संस्थापक प्राचार्य डॉ अताउल्लाह बट को जाता है। डॉ नाजिश सिद्दीकी, इल्मुल अदविया विभाग ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि डॉ अर्शी रियाज, कुल्लियत विभाग ने धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ अब्दुल रऊफ, डॉ अर्शी रियाज और डॉ मुहम्मद शोएब कार्यक्रम समन्वयक हैं।
प्रोफेसर अबु सुफियान इस्लाही की 10 पुस्तकों का विमोचन
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अरबी विभाग के कांफ्रेंस हाल में आयोजित एक समारोह के दौरान प्रोफेसर अबु सुफियान इस्लाही की 10 पुस्तकों का विमोचन किया गया।अरबी में आयोजित एक कार्यक्रम में अतिथि प्रोफेसर एआर किदवई, प्रोफेसर अजरमी दुख्त सफवी, प्रोफेसर आरिफ नजीर, प्रोफेसर सैयद कफील अहमद कासमी, प्रोफेसर सलाउद्दीन उमरी, डा. राहत अबरार, प्रोफेसर गजनफर अली, प्रोफेसर सगीर अफराहीम, प्रोफेसर जिया उर रहमान सिद्दीकी, प्रोफेसर उबैदउल्लाह फलाही, प्रोफसर अब्दुल अजीम इस्लाही, प्रोफेसर जियाउद्दीन मलिक फलाही, प्रोफेसर मोहम्मद खालिद, प्रोफेस कमरूल हुदा फरीदा और डा. शारिक अकील ने प्रोफेसर अबु सुफियान इस्लाही द्वारा लिखित और संपादित पुस्तकों पर चर्चा की।
प्रोफेसर अबु सुफियान इस्लाही ने समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए उनके द्वारा व्यक्त किये गये विचारों के प्रति उनका आभार जताया। अरबी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सनाउल्लह नदवी ने प्रोफेसर इस्लही की इन रचनाओं को अरबी विभाग के इतिहास की एक महत्वपूर्ण कड़ी करार दिया। अरबी विभाग के शिक्षक डा. अराफात जफरने कार्यक्रम का संचालन किया और प्रोफेसर तसनीम कौसर ने उपस्थितजनों का आभार जताया।