उत्तरप्रदेश के जिला अलीगढ़ में जहरीली शराब मामले में आरोपी जवां की पूर्व ब्लाक प्रमुख रेनू शर्मा की मौत का कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने से कार्डियक अरेस्ट व हार्ट का 90 प्रतिशत ब्लाक हो जाना माना गया है। पुलिस ने पीएम रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया है। पीएम हाउस पर हुए हंगामे व पंचनामा की प्रक्रिया में देरी के लिए सियासत करने वालों को जिम्मेदार माना है। आरोप है कि उन्होंने ही परिजनों को हंगामा करने के लिए उकसाया था। थाना सिविल लाइंस में इस मामले में जीडी में तस्करा डाला गया है।
बता दें कि अलीगढ़ में हुए जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी ऋषि शर्मा के अलावा उनकी पत्नी व पूर्व ब्लाक प्रमुख जवां रेनू शर्मा छह माह से जेल में थीं। शुक्रवार रात्रि तबीयत बिगड़ने पर उनको मेडिकल कालेज लाया गया, जहां मौत हो गई। इसको लेकर परिवार वालो ने रात्रि में हंगामा किया। ऋषि शर्मा समेत छह लोगों को पैरोल पर रिहा करने की मांग को लेकर शनिवार को दिन भर धरना- प्रदर्शन किया था। पैरोल पर रिहा न होने तक पंचायतनामा की प्रक्रिया पूरी न करने का एलान कर दिया था। यहां बरौली विधानसभा से बसपा के घोषित प्रत्याशी नरेंद्र शर्मा व डिबाई (बुलंदशहर) के पूर्व विधायक व सपा नेता गुड्डू पंडित आदि धरने पर मौजूद रहे थे। इससे माहौल पूरे समय तक तनावपूर्ण हालत में बना रहा । इस पूरे मामले को लेकर थानां सिविल लाइन इंस्पेक्टर हरिशंकर वर्मा ने जीडी में तस्करा दाखिल किया है। जिसमें विभिन्न पार्टी से जुड़े नेताओं पर परिजनों को उकसाने व पंचायतनामा, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में देरी कराने का जिक्र किया गया है।
सीओ श्वेताभ पांडेय के मुताबिक, पीएम करने वाले डाक्टरों के पैनल ने पूर्व ब्लाक प्रमुख रेनू शर्मा की मौत के ब्लड प्रेशर के बढ़ जाने से कार्डियक अरेस्ट व हार्ट का 90 प्रतिशत हिस्सा ब्लाक होना और किडनी का कमजोर होना माना है। परिजनों की आशंकाओं को दूर करने के लिए विसरा भी प्रिजर्व किया गया है। जिससे भविष्य में किसी तरह के आरोप-प्रत्यारोप न रहें।
इधर, एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पीएम हाउस पर दिन भर चले घटनाक्रम के दौरान सामने आए तथ्यों का जिक्र जीडी में तस्करा के रूप में दर्ज किया गया है। यह पुलिस की एक सामान्य प्रक्रिया है। मौत को लेकर हो रही चर्चाओं के चलते पीएम रिपोर्ट को भी सार्वजनिक किया गया है।